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नारकण्डा में सड़क किनारे खुली सेब की मंडियों से लोग परेशान, राकेश सिंघा ने दी धरने की चेतावनी

नारकण्डा में सड़क किनारे खुली सेब की दुकानों के खिलाफ लोगों में रोष. दुकानों से निकलने वाले शौचालय के पानी से गांव का पीने का पानी दूषित. महिलाओं ने लगाया मजदूरों और ड्राइवरों पर छेड़खानी का आरोप.

rakesh singha protested in narkanda
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Published : Sep 12, 2019, 9:04 PM IST

शिमलाः सेब सीजन के चलते नारकण्डा में लोगों को हो रही परेशानी को लेकर लोगों ने गुरुवार को विधायक राकेश सिंघा के साथ मिलकर बैठक की और नारकंडा के मुख्य बाजार में सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया.

स्थानीय लोंगो ने बताया कि नारकण्डा में खोली गई सेब मंडी में फैली गंदगी से रोजाना समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. लोगों ने कहा कि सेब आढ़तियों के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर गंदगी का पसरी हुई है.

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बता दें कि नारकण्डा में सड़क के किनारे खुली मंडियों का दूषित पानी और सीवरेज का पानी निचले इलाकों के गांव से होकर बाहर निकलता है. जिसके चलते लोगों के पानी के स्त्रोत दूषित हो गए हैं और पीने के पानी की गंभीर समस्या पैदा हो गई है. स्थानीय पंचायतों की महिलाओं की माने तो रोजाना गांव से अपने कामकाज के लिए निकल रही महिलाओं को गाड़ी के ड्राइवर और मजदूर गलत शब्दों का प्रयोग करते हैं.

राकेश सिंघा ने कहा कि सरकार इन व्यापारियों से करोड़ों की फीस वसूल करती है, लेकिन इन्हें कोई सुविधाएं नहीं देती. नारकण्डा में मंडी का दायरा बहुत फैला हुआ है और ऐसे में यंहा पर काम कर रहे मजदूर, ड्राइवर और अन्य लोगों की वजह से गन्दगी फैल रही है.

ये भी पढे़ंः अब रिटायर्ड फौजी दिलाएंगे बंदरों से निजात, ये है वन विभाग का खास प्लान

विधायक राकेश सिंघा ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही इस समस्या का हल नहीं हुआ तो आगामी 23 सितम्बर को बड़ा धरना और रोष प्रदर्शन होगा जिसकी जिमेदार सरकार होगी.

शिमलाः सेब सीजन के चलते नारकण्डा में लोगों को हो रही परेशानी को लेकर लोगों ने गुरुवार को विधायक राकेश सिंघा के साथ मिलकर बैठक की और नारकंडा के मुख्य बाजार में सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया.

स्थानीय लोंगो ने बताया कि नारकण्डा में खोली गई सेब मंडी में फैली गंदगी से रोजाना समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. लोगों ने कहा कि सेब आढ़तियों के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर गंदगी का पसरी हुई है.

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बता दें कि नारकण्डा में सड़क के किनारे खुली मंडियों का दूषित पानी और सीवरेज का पानी निचले इलाकों के गांव से होकर बाहर निकलता है. जिसके चलते लोगों के पानी के स्त्रोत दूषित हो गए हैं और पीने के पानी की गंभीर समस्या पैदा हो गई है. स्थानीय पंचायतों की महिलाओं की माने तो रोजाना गांव से अपने कामकाज के लिए निकल रही महिलाओं को गाड़ी के ड्राइवर और मजदूर गलत शब्दों का प्रयोग करते हैं.

राकेश सिंघा ने कहा कि सरकार इन व्यापारियों से करोड़ों की फीस वसूल करती है, लेकिन इन्हें कोई सुविधाएं नहीं देती. नारकण्डा में मंडी का दायरा बहुत फैला हुआ है और ऐसे में यंहा पर काम कर रहे मजदूर, ड्राइवर और अन्य लोगों की वजह से गन्दगी फैल रही है.

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विधायक राकेश सिंघा ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही इस समस्या का हल नहीं हुआ तो आगामी 23 सितम्बर को बड़ा धरना और रोष प्रदर्शन होगा जिसकी जिमेदार सरकार होगी.

Intro:नारकण्डा में सड़क किनारे खुली सेब की दुकानों के खिलाफ लोगों में रोष।दुकानों से निकलने वाले शौचालय के पानी से गांव का पानी दूषित।महिलाओं ने लगाया मजदूरों और ड्राइवरों पर छेड़खानी का आरोप। विधायक के साथ मिलकर किया रोष प्रदर्शन।Body:
सेब सीजन के चलते नारकण्डा में लोगों को हो रही परेशानी को लेकर आज लोगों ने विधायक राकेश सिंघा के साथ मिलकर बैठक कि ओर नारकंडा के मुख्य बाजार में सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया।लोंगो का कहना है नारकण्डा में खोली गई सेब की दुकानों और आढ़तियों की दुकानों से उन्हें रोजाना समस्याओं से दो चार होना पड़ रहा है।लोगों का कहना है कि इन आढ़तियों की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर गंदगी का आलम पसरा हुआ है।स्थानीय पंचायतों की महिलाओं की माने तो इन सड़कों पर चल रही मण्डियों से गंदगी फैल रही है। इन मंडी के सेफ्टिक टैंक का रिसाव पानी के चश्मे में मिल रहा है।जिसके चलते लोगों को पीने के पानी की किल्लत उठानी पड़ती है।रोजाना गांव से अपने कामकाज के लिए निकल रही महिलाओं को गाड़ी के ड्राइवर ओर मजदूर गलत शब्दो का प्रयोग करते है।ओर ये लोग खुले में ही शौच करते है जिससे महिलाओं का घर से निकलना मुश्किल हो गया है।महिलाओं का कहना है कि इस गन्दगी की वजह से बीमारी फ़ैलने का भी डर बना हुआ है।

बाईट,,, स्थानीय महिलाएं

वन्ही नारकण्डा में लोगों को आ रही समस्याओं का संज्ञान लेते हुए राकेश सिंघा ने कहा कि सरकार इन व्यापारियों से करोडो की फीस वसूल करती है लेकिन इन्हें कोई सुविधाएं नही देती।उन्होंने कहा कि नारकण्डा में मंडी का दायरा बहुत फैला हुआ है।और ऐसे में यंहा पर काम कर रहे मजदूर ड्राइवर ओर अन्य लोगों जी वजह से गन्दगी फैल रही है जिससे महामारी फैलने का खतरा पैदा हो गया है।राकेश सिंघा ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही इस समस्या का हल नहीं हुआ तो आगामी 23 सितम्बर को एक बहुत बड़ा धरना ओर रोष प्रदर्शन होगा जिसकी जिमेदार सरकार होगी।
बाईट,,, राकेश सिंघा।
विधायक ठियोग Conclusion:
आपको बता दे कि नारकण्डा में सड़क के किनारे खुली इन मंडीयो का दूषित पानी और सीवरेज का पानी निचले इलाकों के गांव में बाहर निकलता है जिसके चलते लोगों के पानी के चश्मे दूषित हो गए है।और लोगों को पीने के पानी की गम्भीर समस्या पैदा हो गई है।
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