शिमलाः राजधानी शिमला के रेलवे स्टेशन ही में भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान की पालना नहीं हो रही है. कालका-शिमला विश्व धरोहर ट्रैक पर इन दिनों पर्यटकों की आवाजाही अधिक है. ऐसे में ट्रेक पर ओर इसके मुख्य स्टेशनों पर स्वछत्ता बनी रही इसको लेकर शिमला रेलवे स्टेशन पर न तो कोई साइन बोर्ड लगे हैं और न ही किसी तरह के स्लोगन या पेंटिंग्स स्टेशन पर स्वछत्ता का संदेश देने को लेकर लगाए गए हैं.
इस बात का संज्ञान रेलवे बोर्ड पैसेंजर सर्विस कमेटी के चैयरमैन रमेश चंद्र रत्न ने लिया है. शनिवार को अचानक ही शिमला रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के लिए रमेश चंद्र अन्य अधिकारियों सहित पंहुचे, जहां उन्हें कई तरह की खामियां नजर आई.
रमेश चंद्र रत्न ने रेलवे अधिकारियों को जल्द से जल्द इन खामियों को दूर करने के निर्देश जारी किए हैं. इसके साथ ही स्टेशन पर स्वच्छता बनी रहे, इसके लिए यहां पर्यटको को जागरूक करने के लिए भी आवश्यक पहल करने के निर्देश उन्होंने दिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को सही तरीके से रेलवे स्टेशनों पर शुरू किया जाए और यात्रियों को बेहतर सुविधा दी जाए. अपने इस शिमला दौरे के दौरान चैयरमैन रमेश चंद्र रत्न अपने अन्य दो अधिकारियों राष्टीय रेलवे बोर्ड पीएससी समिति के हरि ओम भनोट के साथ दिल्ली सहित चंडीगढ़ ,कालका धर्मपुर बड़ोग, शिमला रेलवे स्टेशनों का निरीक्षण करने पहुचे हैं.
कालका से शिमला तक का सफर भी उन्होंने हिमालयन क्वीन एक्सप्रेस से अन्य यात्रियों के साथ किया. सफर के दौरान उन्होंने यात्रियों से भी बातचीत की ओर उनका फीडबैक जाना. फीडबैक में यात्रियों ने संतुष्टि जाहिर की. चैयरमैन ने कहा कि अम्बाला डविजन की कार्यप्रणाली बेहतर है. उन्होने कहा कि शिमला की वादियों को निखारने एक लिए अनेक राज्यो देशों से पर्यटक घूमने आते है उन्हें इस सफर में कोई असुविधा न हो इसके लिए पहले से ही तैयारी रखी जाए. इसके साथ ही यात्रियों को सफर के दौरान मनमोहक दृश्य देखने को मिले इसके लिए रेलवे ट्रेक के दोनों तरफ पौधरोपण करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए.