शिमला: राजधानी शिमला के उपनगर ढली में रविवार सुबह एक पंचर बनाने वाला व्यक्ति अपनी दुकान के सामने धरने पर बैठ गया. व्यक्ति ने पीडब्ल्यूडी विभाग पर जबरन दुकान को बंद करवाने का आरोप लगाया है.
सुदेश ने बताया कि वह 1975 से ढली में पंचर बनाने की दुकान कर रहे हैं. दुकान में बिजली और पानी की सुविधा भी है और वह टैक्स भी जमा करवाते है.
इसके बावजूद पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से उन्हें जगह खाली करने के लिए तंग किया जा रहा है और धमकी दी जा रही है कि खाली न करने पर दुकान तोड़ दी जाएगी. सुदेश ने बताया कि वह गरीब आदमी है और पंचर बना कर ही अपना व अपने परिवार का गुजरा करते हैं, लेकिन विभाग की ओर से उन्हें हटने का नोटिस दिया जा रहा है.
सुदेश का कहना है कि उन्होंने राज्य सरकार व केंद्र सरकार को कई पत्र लिखे, लेकिन कोई जवाब नहीं आया. सुदेश का कहना है कि जब तक कोर्ट का कोई फैसला नहीं आता उनकी दुकान नहीं तोड़ी जाएगी. सुदेश ने विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी दुकान तोड़ी गई तो वह फंदा लगाकर आत्महत्या कर लेंगे और इसकी जिम्मेदार सरकार की होगी.
सुदेश ने कहा कि आए दिन पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारी उनके पास आकर निशुल्क पंचर बनवाते हैं. पैसे मांगने पर दुकान तोड़ने की धमकी दी जाती है. सुदेश ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है.