शिमला: प्रदेश सरकार की ओर से बीते साल बजट भाषण के दौरान प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में क्लस्टर स्कूलों को बनाने की घोषणा की गई थी. जिसे अब सिरे चढ़ाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. पहले चरण में प्रदेश में 100 क्लस्टर प्राइमरी स्कूल बनाए जा रहे हैं. इन स्कूलों को 10 -10 लाख की पहली किस्त भी कर दी गई है. स्वर्ण जयंती ज्ञानोदय क्लस्टर श्रेष्ठ विद्यालय योजना की घोषणा सरकार ने की थी, उसी के तहत हर विधानसभा क्षेत्र में क्लस्टर स्कूल बनाए जा रहे हैं जिनका चयन सबसे अधिक एनरोलमेंट के आधार पर किया जा रहा है.
छात्रों को मिलेगी हर तरह की सुविधा
जिन प्राइमरी स्कूलों में छात्रों की संख्या सबसे अधिक है, उन स्कूलों को क्लस्टर स्कूल बनाया जा रहा है. प्रदेश में जिन स्कूलों को क्लस्टर स्कूल बनाया जाएगा, वहां छात्रों को हर एक तरह की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी जिससे छात्र गुणवत्ता युक्त शिक्षा ग्रहण कर सकें. योजना के तहत जो बजट स्कूलों को जारी किया जा रहा है उसे स्कूलों में बदलाव किया जाएगा और छात्रों को हर एक सुविधा वहां मुहैया करवाई जाएगी. यहां तक कि छात्र शिक्षकों का भी उचित अनुपात इन स्कूलों में सुनिश्चित किया जाएगा जिससे शिक्षकों की कमी के चलते छात्रों की पढ़ाई बाधित ना हो.
क्लस्टर प्राइमरी स्कूलों को पहली किस्त जारी
क्लस्टर स्कूलों में पीने के पानी की उचित व्यवस्था करने के साथ शौचालयों का निर्माण, पुस्तकालय बनाने के साथ ही स्मार्ट क्लासरूम और खेलकूद के लिए भी बेहतरीन सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी. क्लस्टर स्कूल बनने वाले हर एक विद्यालय को इस वित्त वर्ष में 15- 15 लाख रुपया दिया जाएगा जिसकी पहली किस्त में 10-10 लाख रुपए 100 क्लस्टर प्राइमरी स्कूलों को जारी कर दिया गया है. इसे लेकर अधिसूचना भी प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी कर दी गई है.
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