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PHC अनाडेल ने लगातार तीसरी बार कायाकल्प योजना की ग्रेडिंग में हासिल किया पहला स्थान - National Health Mission

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की कायाकल्प योजना के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अनाडेल ने बेहतर सुविधाओं और रख रखाव के लिए लगातार तीसरी बार पहला स्थान हासिल किया है. कायाकल्प योजना के तहत अनाडेल पीएचसी को अवार्ड और दो लाख रुपये की राशि भी दी जाएगी.

Primary Health Center annadale shimla
Primary Health Center annadale shimla
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Published : Jun 27, 2020, 9:33 PM IST

Updated : Jun 28, 2020, 3:39 PM IST

शिमला: प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अनाडेल को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिला में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की कायाकल्प योजना के तहत तीसरी बार श्रेष्ठतम आंका गया है.

भवन व अन्य संरचनाओं का निर्माण करना भले ही सरकार का दायित्व हो, लेकिन उसका रख-रखाव व सहजता की जिम्मेदारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अनाडेल में तैनात कर्मचारियों ने बखूभी निभाई है

स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सा अधिकारी, ऑपथेलेमिक अधिकारी, फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स, लैब टैक्नीशियन, सेवादार, सफाई कर्मचारी सहित सात कर्मचारी तैनात हैं. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की चिकित्सक अधिकारी डाॅ. मधु मैतान ने बताया कि इस केन्द्र में एक दिन की ओपीडी 100 अथवा 100 से अधिक आंकी गई है. इसके अलावा रोगी की ड्रैसिंग, स्टीचिज और छोटे ऑपरेशन का काम भी इसमें नियमित तौर पर किया जाता है.

गर्भवती महिलाओं और बच्चों का टीकाकरण महीने के पहले और तीसरे शुक्रवार को किया जाता है. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में तबदील कर दिया गया है. स्वास्थ्य केन्द्र के तहत सभी प्रकार के लैब टैस्ट जिसमें खून, पेशाब व अन्य जांच की जाती है.

हर वीरवार व शनिवार को आंख की पूर्ण जांच के अतिरिक्त नियमित तौर पर ईसीजी जांच भी की जाती है. प्रत्येक मंगलवार को लेबोटरी टेस्ट की सुविधा उपलब्ध रहती है. महिला व पुरूषों के लिए 5 बिस्तर के अलग-अलग वार्ड की सुविधा उपलब्ध है.

कूड़ा प्रबंधन का रखा जाता है खास ख्याल

कूड़ा प्रबंधन के लिए अलग-अलग कूड़ेदानों का प्रयोग करते हुए इसे पीएचसी के अंदर ही अलग किया जाता है. प्लास्टिक के दस्ताने, इंजेक्शन लाल, सुईयां सफेद, कांच नीले व पट्यिां पीले कचरे के डब्बे में डाल कर जैव कचरा प्रबंधन के प्रति जिम्मेदारी का निर्वहन किया जाता है.

इस प्राथमिक केन्द्र की खास बात यह है कि इसमें उच्च रक्त चाप, मधुमेह और अन्य मरीजों की जांच की जाती है और उनके आंकड़े ऑनलाइन रखने के साथ-साथ मरीजों को टेली परामर्श की सुविधा भी दी जाती हैै.

साथ ही स्वास्थ्य केन्द्र में बैठ कर इंदिरा गांधी आयुर्वेद विज्ञान के चिकित्सा विशेषज्ञ से रोगी के रोग के बारे में चर्चा व परामर्श भी किया जा सकता है.

स्थानीय लोगों ने पीएचसी के लिए दान की कई जरूरी चीजें

सामुदायिक सहभागिता के तहत स्थानीय लोगों की ओर से स्वास्थ्य केन्द्र को समय-समय पर विभिन्न चीजें दान की जाती है, जिसके तहत व्हील चेयर, रेफ्रीजरेटर, टीवी आदि लोगों की ओर से केन्द्र को दान दी.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय शिमला की कन्स्लटेंट क्वालिटी एशोरेंस डाॅ. अकांक्षा सूद ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कायाकल्प योजना के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अनाडेल को लगातार तीसरी बार श्रेष्ठतम आंकते हुए जिला में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है.

कायाकल्प योजना तहत इन मानकों का ध्यान में रख कर दिया जाता है पुरस्कार

कायाकल्प योजना के तहत स्वास्थ्य केन्द्रों की स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण, साफ-सफाई को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य संस्थाओं की गुणवत्ता व स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ाने के लिए तय मानकों के अनुरूप सेवाएं प्रदान करने जैसे बिंदुओं को आंकते हुए यह पुरस्कार दिया जाता है.

पुरस्कार के साथ 2 लाख रुपये की राशि प्रदान भी दी जाएगी

इस पुरस्कार के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अनाडेल को प्रथम श्रेणी में 2 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी. इसके अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गिलताड़ी, रामपुर, नालदेहरा, मांडल तथा संजौली सहित छह अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को पुरस्कृत किया गया है, जिन्हें 50 हजार रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाएगी.

पढ़ें: आत्मनिर्भरता की अनूठी मिसाल: जंगलों में बने दड़बों में 6 महीने बिताते हैं ये पशुपालक

शिमला: प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अनाडेल को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिला में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की कायाकल्प योजना के तहत तीसरी बार श्रेष्ठतम आंका गया है.

भवन व अन्य संरचनाओं का निर्माण करना भले ही सरकार का दायित्व हो, लेकिन उसका रख-रखाव व सहजता की जिम्मेदारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अनाडेल में तैनात कर्मचारियों ने बखूभी निभाई है

स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सा अधिकारी, ऑपथेलेमिक अधिकारी, फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स, लैब टैक्नीशियन, सेवादार, सफाई कर्मचारी सहित सात कर्मचारी तैनात हैं. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की चिकित्सक अधिकारी डाॅ. मधु मैतान ने बताया कि इस केन्द्र में एक दिन की ओपीडी 100 अथवा 100 से अधिक आंकी गई है. इसके अलावा रोगी की ड्रैसिंग, स्टीचिज और छोटे ऑपरेशन का काम भी इसमें नियमित तौर पर किया जाता है.

गर्भवती महिलाओं और बच्चों का टीकाकरण महीने के पहले और तीसरे शुक्रवार को किया जाता है. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में तबदील कर दिया गया है. स्वास्थ्य केन्द्र के तहत सभी प्रकार के लैब टैस्ट जिसमें खून, पेशाब व अन्य जांच की जाती है.

हर वीरवार व शनिवार को आंख की पूर्ण जांच के अतिरिक्त नियमित तौर पर ईसीजी जांच भी की जाती है. प्रत्येक मंगलवार को लेबोटरी टेस्ट की सुविधा उपलब्ध रहती है. महिला व पुरूषों के लिए 5 बिस्तर के अलग-अलग वार्ड की सुविधा उपलब्ध है.

कूड़ा प्रबंधन का रखा जाता है खास ख्याल

कूड़ा प्रबंधन के लिए अलग-अलग कूड़ेदानों का प्रयोग करते हुए इसे पीएचसी के अंदर ही अलग किया जाता है. प्लास्टिक के दस्ताने, इंजेक्शन लाल, सुईयां सफेद, कांच नीले व पट्यिां पीले कचरे के डब्बे में डाल कर जैव कचरा प्रबंधन के प्रति जिम्मेदारी का निर्वहन किया जाता है.

इस प्राथमिक केन्द्र की खास बात यह है कि इसमें उच्च रक्त चाप, मधुमेह और अन्य मरीजों की जांच की जाती है और उनके आंकड़े ऑनलाइन रखने के साथ-साथ मरीजों को टेली परामर्श की सुविधा भी दी जाती हैै.

साथ ही स्वास्थ्य केन्द्र में बैठ कर इंदिरा गांधी आयुर्वेद विज्ञान के चिकित्सा विशेषज्ञ से रोगी के रोग के बारे में चर्चा व परामर्श भी किया जा सकता है.

स्थानीय लोगों ने पीएचसी के लिए दान की कई जरूरी चीजें

सामुदायिक सहभागिता के तहत स्थानीय लोगों की ओर से स्वास्थ्य केन्द्र को समय-समय पर विभिन्न चीजें दान की जाती है, जिसके तहत व्हील चेयर, रेफ्रीजरेटर, टीवी आदि लोगों की ओर से केन्द्र को दान दी.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय शिमला की कन्स्लटेंट क्वालिटी एशोरेंस डाॅ. अकांक्षा सूद ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कायाकल्प योजना के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अनाडेल को लगातार तीसरी बार श्रेष्ठतम आंकते हुए जिला में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है.

कायाकल्प योजना तहत इन मानकों का ध्यान में रख कर दिया जाता है पुरस्कार

कायाकल्प योजना के तहत स्वास्थ्य केन्द्रों की स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण, साफ-सफाई को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य संस्थाओं की गुणवत्ता व स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ाने के लिए तय मानकों के अनुरूप सेवाएं प्रदान करने जैसे बिंदुओं को आंकते हुए यह पुरस्कार दिया जाता है.

पुरस्कार के साथ 2 लाख रुपये की राशि प्रदान भी दी जाएगी

इस पुरस्कार के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अनाडेल को प्रथम श्रेणी में 2 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी. इसके अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गिलताड़ी, रामपुर, नालदेहरा, मांडल तथा संजौली सहित छह अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को पुरस्कृत किया गया है, जिन्हें 50 हजार रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाएगी.

पढ़ें: आत्मनिर्भरता की अनूठी मिसाल: जंगलों में बने दड़बों में 6 महीने बिताते हैं ये पशुपालक

Last Updated : Jun 28, 2020, 3:39 PM IST
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