रोहड़ू: जिला शिमला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश की आर्थिकी की मुख्य आधार सेब बागवानी को लेकर व्यवस्था करने की बजाय भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का आरोप लगाया है. अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी जिला शिमला यशवंत छाजटा ने रोहडू में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि कोरोना महामारी के चलते स्वास्थ्य विभाग में सामने आए उपकरण घोटालों को लेकर राज्यपाल से विजिलेंस की जगह हाईकार्ट के किसी सिटिंग जज से जांच करवाने व मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है.
यशवंत छाजटा ने कहा कि सेब सीजन को लेकर कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिल चुका है, लेकिन अभी तक सरकार ने सेब सीजन को लेकर मजदूरों की कोई व्यवस्था नहीं की है. यशवंत छाजटा ने कहा कि सेब सीजन के लिए नेपाली मजदूरों की व्यवस्था नियमों के तहत समय से पूर्व की जाए. उन्होंने कहा कि सेब की पैकिंग के लिए प्रयुक्त होने वाले कार्टन के रेट बाजार में अभी से ज्यादा हो चुके हैं. जो सेब सीजन के पीक पर होने पर आसमान छूएंगे. जिस पर सरकार का नियंत्रण होना जरूरी है.
यशवंत छाजटा ने सरकार पर आरोप लगाया है कि शिमला जिला मुख्य एवं ग्रामीण सड़कों की हालात जो पिछली साल बरसात के समय क्षतिग्रस्त हुई थी उसे अभी साफ तक नहीं किया गया हैं. ऐसे में सेब सीजन को लेकर कोरोना के कारण पहले से ही चिंतित चल रहे बागवानों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश सरकार से बागवानों सहित प्रदेश के किसी भी मुद्दे पर सुझाव देती है तो उसके बदले में जबाव आता है कि कांग्रेस ने इतने सालों में क्या किया है. जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश व केंद्र सरकार की नीतियों व कार्यप्रणाली पर पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
यशवंत छाजटा ने कहा कि देश में कोरोना के चलते देश की व्यवस्था पूरी तरह डगमगा चुकी है, जबकि केंद्र की भाजपा सरकार वर्चुअल रैलियों का आयोजन कर पार्टी का प्रचार कर रही है. इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा सरकार देश हित की बजाय पार्टी हित को प्राथमिकता दे रही है.
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