शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय दूरवर्ती शिक्षा एवं मुक्त अध्ययन केंद्र को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से बेहतर रैंक दिलवाने के लिए एचपीयू प्रशासन की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है. आज इसी को लेकर एचपीयू कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने इक्डोल के शिक्षकों के साथ समीक्षा बैठक की. इस बैठक में इक्डोल के सभी निदेशकों और सभी शिक्षकों ने भाग लिया. बैठक में शैक्षणिक गतिविधियों पर चर्चा की गई. कुलपति ने इक्डोल के रैंक को बेहतर करने के लिए किस तरह के प्रयास करने आवश्यक है उसे लेकर चर्चा की गई. कुलपति ने इक्डोल में रिसर्च पेपर और पब्लिकेशन के संबंध में शिक्षकों को कार्य करने के लिए सुझाव दिया.
इक्डोल में शोध पेपर और पब्लिकेशन को लेकर हर शिक्षक को कार्य करना आवश्यकःकुलपति
उन्होंने कहा कि इक्डोल में शोध पेपर और पब्लिकेशन को लेकर हर शिक्षक को कार्य करना आवश्यक होगा. इसके साथ ही इक्डोल में समय-समय पर सेमिनार,वेबिनार ओर कार्यशालाएं आयोजित की जानी चाहिए. कुलपति ने कहा कि नैक टीम के आने से पूर्व हर संभव तैयारी की जानी चाहिए और कोविड 19 क चलते ई-सामग्री तैयार की जानी चाहिए. कुलपति ने इक्डोल को 2025 तक 17 कोर्स चलाने के लिए मान्यता मिलने पर बधाई दी और कहा कि जिन विषयों के लिए अब तक मान्यता नहीं मिली है उन कोर्सों को मान्यता दिलाने के लिए प्रयासरत रहे. उन्होंने इक्डोल के शिक्षकों को यह आश्वासन भी दिया कि उन्हें सभी मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाएंगी ओर स्टाफ की कमी को भी जल्द दूर किया जाएगा. कुलपति ने बैठक में यह आदेश जारी किए की इक्डोल में कौशल आधारित कोर्स आरंभ किए जाने चाहिए.
भविष्य की योजनाओं के बारे में दी जानकारी
बैठक से पहले इक्डोल के निदेशक प्रो. कुलवंत सिंह पठानिया ने इक्डोल में चल रही समस्याओं से अवगत करवाने के साथ ही भविष्य की योजनाओं के बारे में भी अवगत करवाया. इस अवसर पर अधिष्ठाता अध्ययन, अधिष्ठाता योजना, निदेशक आईक्यूएसी ने भी अकादमिक योजना और विश्वविद्यालय की ग्रेडिंग रैंकिंग को सुधारने के लिए शिक्षकों को सुझाव दिए. इन योजनाओं पर कार्य करने के लिए भी कहा जिससे आने वाले समय में विश्वविद्यालय की रैंकिंग में सुधार हो सके और उन्हें बेहतर ग्रेड नैक से मिल सके.
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