शिमला: भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गर्भवती महिलाओं के कोविड-19 टीकाकरण को मंजूरी दे दी है. हालांकि पहले उन्हें कोविड-19 वैक्सीन से जुड़े जोखिमों और लाभ की जानकारी देनी होगी. भारत सरकार ने यह अनुमति टीकाकरण के लिए राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह की सिफारिशों के अनुसार दी है.
गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण का इंतजाम
हिमाचल सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं को टीका लगाने का निर्णय लेने में मदद करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन के कर्मचारियों, अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं और निजी चिकित्सा व्यवसायियों को प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए हैं. अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं द्वारा घरों का दौरा किया जाएगा और उन्हें अस्पताल में प्रसव पूर्व जांच, आउटरीच टीकाकरण सत्र, ग्राम स्वास्थ्य और पोषण दिवस और शहरी स्वास्थ्य और पोषण दिवस आदि के बारे में परामर्श दिया जाएगा.
पंजीकरण की प्रक्रिया में की जाएगी सहायता
यदि गर्भवती महिलाएं टीकाकरण करवाने का निर्णय लेती हैं तो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा पंजीकरण की प्रक्रिया में उनकी मदद की जाएगी. गर्भवती महिला में एईएफआई के मामले में जिलों में एईएफआई समिति गठित की जाएगी. प्रसूति रोग विशेषज्ञ और स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ या नवजात रोग विशेषज्ञ को एईएफआई समितियों में शामिल किया जाएगा. सभी चिकित्सा अधिकारियों, निजी चिकित्सकों और अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं को गर्भवती महिलाओं के कोविड-19 टीकाकरण से संबंधित एईएफआई निगरानी के लिए उनकी भूमिका पर प्रशिक्षित किया जाना है.
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