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'पॉलीथिन हटाओ पर्यावरण बचाओ' अभियान की शुरुआत, 20 अप्रैल तक प्रदेशभर में चेलगी मुहिम

पॉलीथिन और प्लास्टिक का रिसाइकल कर निर्माण कार्यों में होगा उपयोग. पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए हिमाचल में 20 अप्रैल तक चलेगा अभियान.

'पॉलीथिन हटाओ पर्यावरण बचाओ' अभियान
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Published : Apr 12, 2019, 12:55 PM IST

शिमला: हिमाचल को पॉलीथिन मुक्त बनाने के लिए 'पॉलीथिन हटाओ पर्यावरण बचाओ' अभियान शुरू किया गया है. शुक्रवार को अभियान का आगाज शिमला के रिज मैदान में हुआ. जानकारी के अनुसार, अभियान के तहत 20 अप्रैल तक पूरे प्रदेश में खुले में फैंके गए पॉलिथिन को एकत्रित किया जाएगा. रिज मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शिरकत कर स्कूली बच्चों और लोगों को पॉलीथिन के प्रयोग न करने को लेकर शपथ दिलाई.

'पॉलीथिन हटाओ पर्यावरण बचाओ' अभियान

राज्यपाल ने रिज मैदान से 1200 प्रतिभागियों को शहर के14 जगहों के लिए हरि झंडी दिखाकर रवाना किया. इस अभियान में स्कूली छात्र, युवा केन्द्र के स्वयंसेवी, होम गार्ड, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग और नगर निगम के कर्मचारी शामिल हुए, जो शिमला शहर में अलग-अलग जगहों पर जा कर सफाई करेंगे. निदेशक पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी डीसी राणा ने कहा कि ये अभियान पूरे प्रदेश में एक सप्ताह तक चलाया जाएगा, जिसमें सभी विभाग, सामुदायिक संस्थाएं, स्कूल-कॉलेज के छात्र भाग लेंगे. इस दौरान एकत्रित होने वाले प्लास्टिक से सड़कें बनाने, सीमेंट कंपनियों को ईंधन बनाने और रिफियूल बनाने के काम में लाया जाएगा.

शिमला शहर में शुक्रवार को 14 जगहों से पॉलीथिन इकट्ठा किया गया, जिसे लोक निर्माण विभाग को सड़क बनाने के लिए दिया जाएगा. वहीं, इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रदेशवासियों से इस अभियान में शामिल होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि पॉलीथिन से मानव शरीर को नुकसान पहुंचता है. वहीं, इससे पेड़-पौधे और पानी प्रदूषित होता है. आचार्य देवव्रत ने कहा कि प्लास्टिक का प्रयोग सड़क निर्माण के साथ अन्य कामों में किया जा सकता है, जिससे पर्यवारण प्रदूषण भी कम होगा.

शिमला: हिमाचल को पॉलीथिन मुक्त बनाने के लिए 'पॉलीथिन हटाओ पर्यावरण बचाओ' अभियान शुरू किया गया है. शुक्रवार को अभियान का आगाज शिमला के रिज मैदान में हुआ. जानकारी के अनुसार, अभियान के तहत 20 अप्रैल तक पूरे प्रदेश में खुले में फैंके गए पॉलिथिन को एकत्रित किया जाएगा. रिज मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शिरकत कर स्कूली बच्चों और लोगों को पॉलीथिन के प्रयोग न करने को लेकर शपथ दिलाई.

'पॉलीथिन हटाओ पर्यावरण बचाओ' अभियान

राज्यपाल ने रिज मैदान से 1200 प्रतिभागियों को शहर के14 जगहों के लिए हरि झंडी दिखाकर रवाना किया. इस अभियान में स्कूली छात्र, युवा केन्द्र के स्वयंसेवी, होम गार्ड, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग और नगर निगम के कर्मचारी शामिल हुए, जो शिमला शहर में अलग-अलग जगहों पर जा कर सफाई करेंगे. निदेशक पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी डीसी राणा ने कहा कि ये अभियान पूरे प्रदेश में एक सप्ताह तक चलाया जाएगा, जिसमें सभी विभाग, सामुदायिक संस्थाएं, स्कूल-कॉलेज के छात्र भाग लेंगे. इस दौरान एकत्रित होने वाले प्लास्टिक से सड़कें बनाने, सीमेंट कंपनियों को ईंधन बनाने और रिफियूल बनाने के काम में लाया जाएगा.

शिमला शहर में शुक्रवार को 14 जगहों से पॉलीथिन इकट्ठा किया गया, जिसे लोक निर्माण विभाग को सड़क बनाने के लिए दिया जाएगा. वहीं, इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रदेशवासियों से इस अभियान में शामिल होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि पॉलीथिन से मानव शरीर को नुकसान पहुंचता है. वहीं, इससे पेड़-पौधे और पानी प्रदूषित होता है. आचार्य देवव्रत ने कहा कि प्लास्टिक का प्रयोग सड़क निर्माण के साथ अन्य कामों में किया जा सकता है, जिससे पर्यवारण प्रदूषण भी कम होगा.

Intro:हिमाचल को पॉलीथिन मुक्त बनाने के लिए पॉलीथिन हटाओ पर्यावरण बचाओ अभियान पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा शुरू किया है। ये अभियान 20 अप्रैल तक पूरे प्रदेश में चलेगा जहा खुले में फैके गए पॉलीथिन को एकत्रित किया जाएगा। अभियान को लेकर रिज मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवदत ने शिरकत की ओर स्कूली बच्चों और लोगो को पॉलीथिन के प्रयोग न करने को लेकर शपथ दिलाई। राज्यपाल ने रिज मैदान से 1200 प्रतिभागियों को शहर के 14 जगहों के लिए हरि झंडी दिखा कर रवाना किया।
इस अभियान में 12 सौ के करीब स्कूली छात्र, युवा केन्द्र के स्वयंसेवी, होम गार्ड, वन विभाग, लोकनिर्माण विभाग और नगर निगम के कर्मचारी शामिल है जो शिमला शहर में अलग अलग जगहों पर जा कर सफाई करेगे ओर जगलो में फैके गए पॉलीथिन को इक्क्ठा करेगे। शहर में शुक्रवार को टूटीकंडी, चौड़ा मैदान, छोटा शिमला, खलीनी संजोली, कसुम्पटी, सहित अन्य क्षेत्रों में अभियान चलाया गया ।


Body:निदेशक पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी डीसी राणा ने कहा कि ये अभियान पूरे प्रदेश में एक सप्ताह तक चलाया जाएगा। जिसमे सभी विभाग , सामुदायिक संस्थाएं, स्कूल कालेज के छात्र भाग लेंगे। इस दौरान एकत्रित होने वाले प्लास्टिक से सड़के बनाने, सीमेंट कंपनियों को ईंधन बनाने और रिफियूल बनाने के काम लाया जाएगा। शिमला शहर में आज 14 जगहों से पॉलीथिन इक्क्ठा किया जाएगा जिसे लोक निर्माण विभाग को सड़क बनाने के लिए दिया जाएगा। लोक निर्माण विभाग ने तारा देवी के समीप 7 किलोमीटर सड़क निर्माण का प्रस्ताव किया है । उन्होंने कहा कि पॉलस्टिक से अन्य जिलों में सड़क निर्माण के लिए दिया जाएगा।


Conclusion:वही इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रदेश वासियो से इस अभियान में शामिल होने का आह्वान किया । उन्होंने कहा कि पॉलीथिन मानव शरीर के लिए केंसर का काम करता है पेड़ पौधों को बढ़ने नही देता है और पानी पर्यावरण को भी दूषित करता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाया गया है बावजुद इसके काफी मात्रा में यहां पॉलीथिन का प्रयोग होगा है। जो काफी नुकसानदायक है। इस प्लासिटक को एकत्रित करके जहा सड़के बनाने के काम मे लाया जा सकता है वही ईंटे बनाने के काम भी आता है। उन्होंने लोगो से इस अभियान से जुड़ कर पॉलीथिन को हटाने में सहयोग देने की अपील भी की ।यही नही उन्होंने जिला उपायुक्तों को भी अपने जिलो में इस अभियान को सफल बनाने को कहा है।
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