शिमला: हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लोगों से ई-कचरा एकत्र कर रहा है. इसके लिए विशेष अभियान सोमवार से शुरू किया गया है जो कि 21 अक्टूबर तक चलेगा. सोमवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने बोर्ड के मुख्य कार्यालय न्यू शिमला से मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर अभियान की शुरुआत की. हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मैसर्स शिवालिक वेस्ट मैनेजमेंट लिमिटेड और मैसर्स इनर व्हील क्लब ऑफ शिमला मिडटाउन के सहयोग से शुरू किए गए इस अभियान का मकसद ई-कचरा निपटान के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करना है. इसके तहत शिमला में जहां मोबाइल वेन से ई-कचरा एकत्र किया जाएगा.
वहीं, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय कियोस्क खोलेंगे, जहां ई-कचरा जमा किया जा सकेगा. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बद्दी, बिलासपुर, मंडी, शिमला, रामपुर, परवाणू, धर्मशाला, ऊना, पांवटा साहिब, कुल्लू और चंबा में ई-कचरा संग्रह कर रहा है. ई-कचरे के लिए समर्थन मूल्य के रूप में एक राशि तय की गयी है. इसमें स्मार्ट मोबाइल फोन के लिए 20 रुपए, कीपैड फोन के लिए 5 रुपए, लैपटॉप के लिए 120 रुपए और कंप्यूटर के लिए 150 रुपए निर्धारित किया गया है. अन्य प्रकार के ई-कचरे के लिए 15 रुपए निर्धारित किया गया है.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव अनिल जोशी ने कहा है कि कि ई-कचरे में सीसा, कैडमियम, पारा और ब्रोमिनेटेड फ्लेम रिटार्डेंट विषाक्त पदार्थ होते हैं. इसके चलते इसका सुरक्षित निपटान आवश्यक है. ई-कचरे को बद्दी और नालागढ़ में स्थित यूनिट में रीसायकल किया जाएगा. इस मौके पर मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी डाॅ. मनोज चौहान, संयुक्त नियंत्रक विकास गुप्ता, पर्यावरण अभियंता ललित कुमार और वैज्ञानिक अधिकारी शशि शेखर मौजूद रहे.
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