शिमला: इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला प्रशासन ने रविवार को एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा. जो पिछले 15 से 20 दिनों से अस्पताल में संदिग्ध अवस्था में घूम रहा था. शक होने पर अस्पताल प्रशासन ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम गौरव (50) बताया. वहीं, अस्पताल में आने का जब उससे कारण पूछा गया तो, हर बार अलग-अलग जवाब देने लगा. जिसके बाद डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस उसे पकड़ कर चौकी ले गई.
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अंबाला का रहने वाला है. और काम के सिलसिले में शिमला आया हुआ है. कुछ दिन पहले वह आईजीएमसी के आपातकालीन विभाग में भर्ती हुआ था, लेकिन कुछ देर बाद उसने अपना ब्यान बदल दिया. उसने कहा उसके दोस्त के पिता का इलाज चल रहा है, इसलिए वह यहां आया है. वहीं, कभी पुलिस को बताया कि वह रात के समय यहां पर सोने के लिए आता है और सुबह चला जाता है.
आईजीएमसी आपातकालीन विभाग के डॉ. मनीष कुमार ने इस संबंध में पुलिस को लिखित शिकायत दी. जिसके बाद पुलिस उसे पकड़ कर चौकी ले गई. जहां पर इसकी शिनाखत की गई. पुलिस ने अंबाला पुलिस से भी संपर्क साधा है. इसका कोई पुराना अपराधिक रिकॉर्ड तो नहीं है, इसकी जांच की जा रही है.
गौरतलब है कि आईजीएसमी में चोरिया थमने का नाम नही ले रही है. आये दिन मरीजो के पैसे, मोबाइल चोरी हो रहें है. इससे पहले भी सुरक्षा कर्मियों ने रंगे हाथो चोरों को पकड़ा था और अब आइजीएमसी में सीएमओ डॉ कर्नल महेश ने अस्पताल में कई दिनों से एक संदिग्ध को घूमते हुए देखा तो उससे पहचान पत्र मांगा और अस्पताल में रहने का कारण पूछा तो वह सही से जवाब नहीं दे सका. सीएमओ कर्नल महेश ने संदिग्ध व्यक्ति को पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस मामले में जांच कर रही है.
ये भी पढ़ें: डाक विभाग के बाद अब HFRI में फर्जीवाड़ा, परीक्षा किसी और ने दी, ज्वाइनिंग के लिए कोई और पहुंचा, FIR दर्ज