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त्योहारी सीजन में हो रहा कोरोना नियमों का उल्लंघन, सरकारी इंतजाम नाकाफी

हिमाचल प्रदेश में लगातार कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है. मंगलवार को 121 मामले सामने आए थे. पिछले 10 दिनों में 3 बार 100 से ज्यादा मरीज पॉजिटिव आ चुके हैं और 18 से ज्यादा मरीजों की मौत भी हो चुकी है. त्योहारों के दौरान कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका ज्यादा है, लेकिन इसके लिए इंतजाम नाकाफी साबित हो रही हैं. शिमला के नागरिकों ने कोरोना के बढ़ते मामलों का सीधा आरोप नगर निगम शिमला व प्रशासन पर लगाया है.

कोरोना नियमों का उल्लंघन
कोरोना नियमों का उल्लंघन
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Published : Nov 11, 2020, 1:04 PM IST

Updated : Nov 11, 2020, 1:20 PM IST

शिमला: हिमाचल में लगातार कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. शिमला जिला में अकेले 1 से 10 नवंबर तक 800 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. इसमें सबसे ज्यादा सोमवार को एक दिन में 169 मरीज कोरोना पॉजिटिव आए थे और मंगलवार को 121 मामले सामने आए थे. पिछले 10 दिनों में 3 बार 100 से ज्यादा मरीज पॉजिटिव आ चुके हैं और 18 से ज्यादा मरीजों की मौत भी हो चुकी है.

हालांकि त्योहारों के दौरान कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका ज्यादा है, लेकिन इसके लिए इंतजाम नाकाफी साबित हो रही हैं. अस्पतालो में अब मरीजों को एडमिट करने के लिए बेड तक नहीं बचे हैं. वहीं आम मरीजों की तरह एक बेड पर कोरोना मरीजों को भी नहीं रखा जा सकता है. शिमला के नागरिकों ने कोरोना के बढ़ते मामलों का सीधा आरोप नगर निगम शिमला व प्रशासन पर लगाया है.

वीडियो रिपोर्ट.

पढ़े: कोरोना से मिले 'जख्मों' पर मरहम लगाएगी दीवाली! क्या वापस आएगी कारोबारियों के चेहरे की रौनक

नागरिक सुभाष वर्मा का कहना है कि शिमला के बाजारों में चलने से डर लगने लगा है. दुकानदारों सहित लोग बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे है, जिससे संक्रमण फैलने का अधिक खतरा बना हुआ है. सुभाष वर्मा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान शिमला में एक भी कोरोना का मामला सामने नहीं आया था.

रविवार को नगर निगम की ओर से दुकानों को बंद रखवाया जाता था और बाजार को सेनिटाइज करवाया जाता था, लेकिन अब न बाजार बंद है और न ही सेनिटाइज होते हैं. नागरिक का कहना है कि सरकार ने पर्यटकों के लिए भी प्रदेश के द्वार खोल दिए है. पर्यटक बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन कर रहे है. उन्होंने कहा कि सरकार को कड़े कदम उठाने की जरूरत है.

पढ़े: IGMC में आरटीपीसीआर लैब 2 दिन के लिए बंद, टेक्नीशियन निकला कोरोना पॉजिटिव

सामाजिक कार्यकर्ता व आरटीआई एक्टिविस्ट रवि कुमार ने बताया कि सरकार की लापरवाही जनता पर भारी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि सरकार के नियमों का बाजार में पालन नहीं किया जा रहा है. लॉकडाउन के दौरान सख्ती से नियमों का पालन करवाया जा रहा था, जिससे कोरोना पर नियंत्रण था. अब लोगों सहित प्रशासन व दुकानदार मिलकर कोरोना को बढ़ावा दे रहे है.

गौरतलब है की प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे है. प्रदेश में मंगलवार को कोरोना के 121 मरीज आए हैं. इसमें शहर के 29 मरीज है. नए मरीजों में जुब्बल कोटखाई से 31, रामपुर से 26, नेरवा से 7, आईजीएमसी, मतियाना, कुमारसैन से 5-5, संजौली, मंडी से 4-4, खलीनी, न्यू शिमला, रोहड़ू, टिक्कर, कुल्लू से 3-3, कुसुम्पटी, कांगड़ा से 2-2, परिमहल, कुफ्टधार, जाखू, तारा देवी, भट्टाकुफर, चक्कर, विकासनगर, सांगटी, समरहिल, पंथाघाटी, मिलिट्री अस्पताल, मशोबरा, सुन्नी, चिरगांव और किन्नौर से 1-1 मामला सामने आया है.

पढ़े: शिमला: KNH अस्पताल एमएस डॉ. अंबिका चौहान कोरोना संक्रमित

शिमला: हिमाचल में लगातार कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. शिमला जिला में अकेले 1 से 10 नवंबर तक 800 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. इसमें सबसे ज्यादा सोमवार को एक दिन में 169 मरीज कोरोना पॉजिटिव आए थे और मंगलवार को 121 मामले सामने आए थे. पिछले 10 दिनों में 3 बार 100 से ज्यादा मरीज पॉजिटिव आ चुके हैं और 18 से ज्यादा मरीजों की मौत भी हो चुकी है.

हालांकि त्योहारों के दौरान कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका ज्यादा है, लेकिन इसके लिए इंतजाम नाकाफी साबित हो रही हैं. अस्पतालो में अब मरीजों को एडमिट करने के लिए बेड तक नहीं बचे हैं. वहीं आम मरीजों की तरह एक बेड पर कोरोना मरीजों को भी नहीं रखा जा सकता है. शिमला के नागरिकों ने कोरोना के बढ़ते मामलों का सीधा आरोप नगर निगम शिमला व प्रशासन पर लगाया है.

वीडियो रिपोर्ट.

पढ़े: कोरोना से मिले 'जख्मों' पर मरहम लगाएगी दीवाली! क्या वापस आएगी कारोबारियों के चेहरे की रौनक

नागरिक सुभाष वर्मा का कहना है कि शिमला के बाजारों में चलने से डर लगने लगा है. दुकानदारों सहित लोग बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे है, जिससे संक्रमण फैलने का अधिक खतरा बना हुआ है. सुभाष वर्मा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान शिमला में एक भी कोरोना का मामला सामने नहीं आया था.

रविवार को नगर निगम की ओर से दुकानों को बंद रखवाया जाता था और बाजार को सेनिटाइज करवाया जाता था, लेकिन अब न बाजार बंद है और न ही सेनिटाइज होते हैं. नागरिक का कहना है कि सरकार ने पर्यटकों के लिए भी प्रदेश के द्वार खोल दिए है. पर्यटक बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन कर रहे है. उन्होंने कहा कि सरकार को कड़े कदम उठाने की जरूरत है.

पढ़े: IGMC में आरटीपीसीआर लैब 2 दिन के लिए बंद, टेक्नीशियन निकला कोरोना पॉजिटिव

सामाजिक कार्यकर्ता व आरटीआई एक्टिविस्ट रवि कुमार ने बताया कि सरकार की लापरवाही जनता पर भारी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि सरकार के नियमों का बाजार में पालन नहीं किया जा रहा है. लॉकडाउन के दौरान सख्ती से नियमों का पालन करवाया जा रहा था, जिससे कोरोना पर नियंत्रण था. अब लोगों सहित प्रशासन व दुकानदार मिलकर कोरोना को बढ़ावा दे रहे है.

गौरतलब है की प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे है. प्रदेश में मंगलवार को कोरोना के 121 मरीज आए हैं. इसमें शहर के 29 मरीज है. नए मरीजों में जुब्बल कोटखाई से 31, रामपुर से 26, नेरवा से 7, आईजीएमसी, मतियाना, कुमारसैन से 5-5, संजौली, मंडी से 4-4, खलीनी, न्यू शिमला, रोहड़ू, टिक्कर, कुल्लू से 3-3, कुसुम्पटी, कांगड़ा से 2-2, परिमहल, कुफ्टधार, जाखू, तारा देवी, भट्टाकुफर, चक्कर, विकासनगर, सांगटी, समरहिल, पंथाघाटी, मिलिट्री अस्पताल, मशोबरा, सुन्नी, चिरगांव और किन्नौर से 1-1 मामला सामने आया है.

पढ़े: शिमला: KNH अस्पताल एमएस डॉ. अंबिका चौहान कोरोना संक्रमित

Last Updated : Nov 11, 2020, 1:20 PM IST
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