ETV Bharat / state

विधायकों ने हेल्थ केअर इंश्योरेंस पॉलिसी सहित इन मुद्दों को सदन में उठाया, स्वास्थ्य मंत्री ने दिया जवाब - शिमला

चर्चा में भाग लेते हुए जगत सिंह ने सरकार पर प्रश्न खड़ा किया और कहा कि न प्रदेश सरकार और न ही केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत के लिए बजट का प्रावधान किया है.

फाइल फोटो
author img

By

Published : Feb 14, 2019, 5:43 PM IST

शिमलाः विधायक राकेश पठानिया ने गैर सरकारी सदस्य कार्य के तहत संकल्प पेश किया. राकेश पठानिया ने भारत सरकार और प्रदेश सरकार द्वारा हेल्थ केअर इंसोरेंस पॉलिसी के बारे में विस में सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि प्रदेश की अधिकांश जनता को यही पता नहीं है कि ये कार्ड किस स्थान पर बनता है और कैसे बनता है.

himachal assembly
फाइल फोटो
undefined


पठानिया ने कहा कि प्रदेश की अधिकांश जनता इसका लाभ उठाने में असफल रही है. चर्चा में भाग लेते हुए विधायक होशियार सिंह ने कहा कि हेल्थ केअर पॉलिसी के तहत 50 प्रतिशत केंद्र और 50 प्रतिशत राज्य सरकार वहन करती है, लेकिन चिंता का विषय ये है कि प्रदेश की जनता को इसके बारे में पता ही नहीं हैं. गरीब लोग इसका लाभ नहीं ले पा रहें हैं. होशियार सिंह ने सरकार से आग्रह किया कि प्रदेश की जनता को इन स्कीमों के बारे में जनता को अवगत करवाए ताकि गरीब लोग इसका लाभ ले सके.


चर्चा में भाग लेते हुए जगत सिंह ने सरकार पर प्रश्न खड़ा किया और कहा कि न प्रदेश सरकार और न ही केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत के लिए बजट का प्रावधान किया है. नेगी ने दावा किया कि सरकार की ये योजनाएं असफल है. इनके सफल क्रियान्वयन के लिए सरकार को धरातल पर काम करना चाहिए. श्री नैना देवी से विधायक रामलाल ठाकुर ने कहा कि इस योजना का लाभ धरातल पर लोगों को नहीं मिल रहा है. जब अस्पताल में मरीज जाता है तो उसको बोल दिया जाता है कि आपका कार्ड कंप्यूटर में नहीं चल रहा है, या फिर कोई तकनीकी खराबी के कारण कार्ड या कंप्यूटर नहीं चल रहा है. इसलिए योजना का लाभ नहीं मिलेगा.

undefined


राम लाल ने अस्पतालों में डाक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की भारी कमी का मामला भी उठाया. उन्होंने कहा कि हमारे जिला अस्पताल केवल रेफरल अस्पताल बनकर रह गए हैं. सरकार को स्वास्थ्य संबधी योजनाओं को सख्ती ले धरातल पर लागू करना होगा.


कुल्लू से विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि आयुष्मान मित्र लगाने के कारण पहले से कार्यरत कर्मचारियों पर भारी बोझ पड़ रहा है. इससे लोगों को कई दिनो तक इंतजार करना पड़ता है. बीमार लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है. जिसके कारण लोग इन सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पा रहें हैं.


ऊना से विधायक सत्तपाल रायजादा ने कहा कि ऊना अस्पताल में भारी संख्या में डॉक्टरों की कमी है. वहां अस्पताल की क्षमता बढ़ाकर 200 कर दिया है, लेकिन स्टाफ 100 बेड के अस्पताल से भी कम है. सतपाल रायजादा ने कहा कि स्टाफ कम होने के कारण मरीजों को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है. इसके अलावा मौजूदा स्टाफ भी मरीजो की परवाह नहीं कर रहे.

undefined


संकल्प का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य 50 करोड़ से अधिक लोगों को निरोग करना है. 2011-12 सर्वे के आधार पर लोगों को इसमें शामिल किया गया है. इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा बीमा योजना के लाभार्थियों को इसमें शामिल किया गया है. परमार ने कहा कि इस योजना से लाभ लेने वाले व्यक्ति की संतुष्टि बड़ी महत्वपूर्ण है. 23 सितम्बर 2018 को इस योजना का शुभारंभ किया गया है. आयुष्मान कार्ड इस योजना के तहत 193 अस्पताल पंजीकृत हैं. इसके अलावा सभी जिला अस्पताल भी इस योजना में अधिकृत है.


उन्होंने कहा कि 35 प्राइवेट अस्पताल भी इस योजना के तहत लिंक है. लोक मित्र केंद्रों में भी ये कार्ड 30 रुपये में बनाये जा सकते है. 2 लाख से अधिक परिवारों के कार्ड बनाये जा चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोगों को 5 लाख तक का फ्री इलाज किया जाता है. एक कार्ड में 5 सदस्यों का इलाज किया जा सकता है, लेकिन हिम केअर में 5 से अधिक सदस्यों का इलाज भी किया जाएगा. हिम केअर में 2 करोड़ 84 लाख रुपये अभी तक खर्च किया जा चुकें हैं. सतपाल रायजादा के सवाल के जवाब में विपिन परमार ने कहा कि ऊना अस्पताल में डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की कोई कमी नहीं है, वहां औसत के अनुसार पूरा स्टाफ है.

undefined

शिमलाः विधायक राकेश पठानिया ने गैर सरकारी सदस्य कार्य के तहत संकल्प पेश किया. राकेश पठानिया ने भारत सरकार और प्रदेश सरकार द्वारा हेल्थ केअर इंसोरेंस पॉलिसी के बारे में विस में सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि प्रदेश की अधिकांश जनता को यही पता नहीं है कि ये कार्ड किस स्थान पर बनता है और कैसे बनता है.

himachal assembly
फाइल फोटो
undefined


पठानिया ने कहा कि प्रदेश की अधिकांश जनता इसका लाभ उठाने में असफल रही है. चर्चा में भाग लेते हुए विधायक होशियार सिंह ने कहा कि हेल्थ केअर पॉलिसी के तहत 50 प्रतिशत केंद्र और 50 प्रतिशत राज्य सरकार वहन करती है, लेकिन चिंता का विषय ये है कि प्रदेश की जनता को इसके बारे में पता ही नहीं हैं. गरीब लोग इसका लाभ नहीं ले पा रहें हैं. होशियार सिंह ने सरकार से आग्रह किया कि प्रदेश की जनता को इन स्कीमों के बारे में जनता को अवगत करवाए ताकि गरीब लोग इसका लाभ ले सके.


चर्चा में भाग लेते हुए जगत सिंह ने सरकार पर प्रश्न खड़ा किया और कहा कि न प्रदेश सरकार और न ही केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत के लिए बजट का प्रावधान किया है. नेगी ने दावा किया कि सरकार की ये योजनाएं असफल है. इनके सफल क्रियान्वयन के लिए सरकार को धरातल पर काम करना चाहिए. श्री नैना देवी से विधायक रामलाल ठाकुर ने कहा कि इस योजना का लाभ धरातल पर लोगों को नहीं मिल रहा है. जब अस्पताल में मरीज जाता है तो उसको बोल दिया जाता है कि आपका कार्ड कंप्यूटर में नहीं चल रहा है, या फिर कोई तकनीकी खराबी के कारण कार्ड या कंप्यूटर नहीं चल रहा है. इसलिए योजना का लाभ नहीं मिलेगा.

undefined


राम लाल ने अस्पतालों में डाक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की भारी कमी का मामला भी उठाया. उन्होंने कहा कि हमारे जिला अस्पताल केवल रेफरल अस्पताल बनकर रह गए हैं. सरकार को स्वास्थ्य संबधी योजनाओं को सख्ती ले धरातल पर लागू करना होगा.


कुल्लू से विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि आयुष्मान मित्र लगाने के कारण पहले से कार्यरत कर्मचारियों पर भारी बोझ पड़ रहा है. इससे लोगों को कई दिनो तक इंतजार करना पड़ता है. बीमार लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है. जिसके कारण लोग इन सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पा रहें हैं.


ऊना से विधायक सत्तपाल रायजादा ने कहा कि ऊना अस्पताल में भारी संख्या में डॉक्टरों की कमी है. वहां अस्पताल की क्षमता बढ़ाकर 200 कर दिया है, लेकिन स्टाफ 100 बेड के अस्पताल से भी कम है. सतपाल रायजादा ने कहा कि स्टाफ कम होने के कारण मरीजों को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है. इसके अलावा मौजूदा स्टाफ भी मरीजो की परवाह नहीं कर रहे.

undefined


संकल्प का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य 50 करोड़ से अधिक लोगों को निरोग करना है. 2011-12 सर्वे के आधार पर लोगों को इसमें शामिल किया गया है. इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा बीमा योजना के लाभार्थियों को इसमें शामिल किया गया है. परमार ने कहा कि इस योजना से लाभ लेने वाले व्यक्ति की संतुष्टि बड़ी महत्वपूर्ण है. 23 सितम्बर 2018 को इस योजना का शुभारंभ किया गया है. आयुष्मान कार्ड इस योजना के तहत 193 अस्पताल पंजीकृत हैं. इसके अलावा सभी जिला अस्पताल भी इस योजना में अधिकृत है.


उन्होंने कहा कि 35 प्राइवेट अस्पताल भी इस योजना के तहत लिंक है. लोक मित्र केंद्रों में भी ये कार्ड 30 रुपये में बनाये जा सकते है. 2 लाख से अधिक परिवारों के कार्ड बनाये जा चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोगों को 5 लाख तक का फ्री इलाज किया जाता है. एक कार्ड में 5 सदस्यों का इलाज किया जा सकता है, लेकिन हिम केअर में 5 से अधिक सदस्यों का इलाज भी किया जाएगा. हिम केअर में 2 करोड़ 84 लाख रुपये अभी तक खर्च किया जा चुकें हैं. सतपाल रायजादा के सवाल के जवाब में विपिन परमार ने कहा कि ऊना अस्पताल में डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की कोई कमी नहीं है, वहां औसत के अनुसार पूरा स्टाफ है.

undefined
Intro:विधायक राकेश पठानिया ने गैर सरकारी सदस्य कार्य के तहत संकल्प पेश किया। राकेश पठानिया ने भारत सरकार और प्रदेश सरकार द्वारा हेल्थ केअर इंसोरेंस पालिसी के बारे में प्रश्न उठाया उन्होंने कहा कि प्रदेश की अधकांश जनता को यही पता नही है कि ये कार्ड किस स्थान पर बनता है और कैसे बनता है। पठानिया ने कहा कि प्रदेश की अधिकांश जनता इसका लाभ उठाने में असफल रही है।


Body:चर्चा में भाग लेते हुए विधायक होशियार सिंह ने कहा कि हेल्थ केअर पालिसी के तहत 50 प्रतिशत केंद्र और 50प्रतिशत राज्य सरकार वहन करती है। लेकिन चिंता का विषय यह है कि प्रदेश की जनता को इसके बारे में पता ही नही है। गरीब लोग इसका लाभ नही ले पा रहे है। होशियार सिंह ने सरकार से आग्रह किया कि प्रदेश की जनता को इन स्कीमों के बारे में जनता को अवगत करवाये ताकी गरीब लोग इसका लाभ ले सके।

चर्चा में भाग लेते हुए जगत सिंह ने सरकार पर प्रश्न खड़ा किया और कहा कि न प्रदेश सरकार और ना ही केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत के लिए बजट का प्राबधान किया है। नेगी ने दावा किया कि सरकार की ये योजनाए फेल है। इनके सफल क्रियान्वयन के लिए सरकार को धरातल पर काम करना चाहिए।

श्री नैना देवी से विधायक रामलाल ठाकुर ने कहा कि इस योजना का लाभ धरातल पर लोगों को नही मिल रहा है। जब अस्पताल में मरीज जाता है तो उसको बोल दिया जाता है कि आपका कार्ड कम्प्यूटर में नही चल रहा है । या फिर कोई तकनीकी खराबी के कारण कार्ड या कंप्यूटर नही चल रहा इसलिए योजना का लाभ नही मिलेगा। राम लाल ने अस्पतालों में डाक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की भारी कमी का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि हमारे जिला अस्पत केवल रेफरल अस्पताल बनकर रह गए है। सरकार को स्वास्थ्य संबधी योजनाओं को सख्ती ले धरातल पर लागू करना होगा।
कुल्लू से विधायक सूंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि आयुष्मान मित्र ने लगाने के कारण पहले से कार्यरत कर्मचारियों पर भारी बोझ पड़ रहा है। इससे लोगों को कई दिनो तक इंतजार करना पड़ता है। बीमार लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जिसके कारण लोग इन सुविधाओं का लाभ नही उठा रहे हैं।

ऊना से विधायक सत्तपाल रायजादा ने कहा कि ऊना अस्पताल में भारी संख्या में डॉक्टरों की कमी है वहां पर अस्पताल की क्षमता बढ़ाकर 200 कर दिया है लेकिन स्टाफ 100 बेड के अस्पताल से भी कम है। सतपाल रायजादा ने कहा कि स्टाफ कम होने के कारण मरीजों को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। इसके अलावा मौजूदा स्टाफ भी मरीज़ों की परवाह नही करते।




Conclusion:संकल्प का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य 50 करोड़ से अधिक लोगों को निरोग करना है। 2011-12 सर्वे के आधार पर लोगों को इसमें शामिल किया गया है। इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा विमा योजना के लाभार्थियों को इसमें शामिल किया गया है। परमार ने कहा कि इस योजना से लाभ लेने वाले व्यक्ति की संतुष्टि बड़ी महत्वपूर्ण है 23 सितम्बर 2018 को इस योजना का शुभारंभ किया गया है। आयुष्मान कार्ड इस योजना के तहत 193 अस्पताल पंजीकृत है। इसके अलावा सभी जिला अस्पताल भी इस योजना में अधिकृत है। 35 प्राइवेट अस्पताल भी इस योजना के रहत लिंक है। लोक मित्र केंद्रों में भी ये कार्ड 30 रुपये में बनाये जा सकते है। 2 लाख से अधिक परिवारों के कार्ड बनाये जा चुके है। इसमें 1800 बीमारियों का इलाज किया जाता है। प्रदेश में पहले से ही कैंसर और कीमो थेरेपी का इलाज फ्री है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हिमके अर में भी आयुष्मान के बराबर राशि कर दी है। और प्रदेश के लीगों को 5 लाख तक का फ्री इलाज किया जाता है। एक कार्ड में 5 सदस्यों का इलाज किया जा सकती है। लेकिन हिमकर में 5 से अधिक सद्स्यों का इलाज भी किया जाएगा। हिमकेअर में 2 करोड़ 84 लाख रुपये अभी तक खर्च किया जा चुका है।

सतपाल रायजादा के सवाल के जवाब में विपिन परमार ने कहा कि ऊना अस्पताल में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की कोई कमी नही है। वहां पर औसत के अनुसार पूरा स्टाफ है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.