शिमला: प्रदेश सरकार ने राज्य के विभिन्न स्कूलों में राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचे (नेशनल स्किल क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क) के अंतर्गत कार्य कर रहे आउटसोर्स वोकेशनल टीचर्स को 20 दिनों का सवैतनिक अवकाश (पेड वेकेशन) देने का फैसला लिया है. इस संबंध में प्रदेश सरकार की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है. यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हाल ही में आउटसोर्स वोकेशनल टीचर्स संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर उनसे चर्चा की थी. उन्होंने कहा कि सरकार ने इन प्रशिक्षकों (वोकेशनल टीचर्स) को राहत प्रदान करने की दिशा में तेजी से कार्रवाई की है. उन्होंने कहा कि संघ की एक मुख्य मांग पूरी करते हुए सरकार ने उन्हें 20 दिनों के सवैतनिक अवकाश प्रदान करने की अधिसूचना जारी कर दी है. उन्हें 'ऑन जॉब ट्रेनिंग' से पहले अथवा बाद में इन 20 दिनों के अवकाश का लाभ उठाने का विकल्प दिया गया है. हालांकि, शेष अवकाश अवधि के दौरान व्यवसायिक प्रशिक्षकों को या तो 'ऑन जॉब ट्रेनिंग' करनी होती है या अन्य आवश्यक कार्य करने के लिए स्कूलों में उपस्थित रहना होता है. उन्होंने कहा कि व्यवसायिक प्रशिक्षकों को देय अवकाश की अन्य पात्रता पहले की तरह ही रहेंगी.
वोकेशनल टीचर्स की अन्य मांगों पर भी सरकार कर रही विचार: मुख्यमंत्री ने कहा कि संघ की अन्य मांगों पर भी सरकार सहानुभूतिपूर्वक विचार कर रही है और उनके हितों को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपने छह माह के कार्यकाल में सरकारी कर्मचारियों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं. राज्य सरकार ने कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल कर दी है और 1 जनवरी, 2022 से तीन प्रतिशत महंगाई भत्ता भी जारी किया गया है.
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