शिमला: हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन भी विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने आउट सोर्स और सरकारी विभागों में की जा रही भर्तियों को लेकर नियम 67 के तहत चर्चा की मांग की, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने इसकी अनुमति नहीं दी. इसके बाद विपक्ष ने सदन में ही नारेबाजी शुरू कर दी.
इसके बाद विपक्ष सदन से वॉकआउट कर बाहर आ गया और सरकार पर चोर दरवाजे से अपने चहेतों को नौकरियां बांटने के आरोप लगाए. इंद्रदत्त लखन पाल ने कहा कि प्रदेश में आउट सोर्स पर की जा रही भर्तियों को लेकर सदन में नियम 67 के तहत चर्चा मांगी गई, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने चर्चा का समय नहीं दिया. इसके चलते कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट किया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 14 लाख के करीब प्रदेश में बेरोजगार हैं और सरकार आउटसोर्स और सरकारी नौकरियों में मैरिट को दरकिनार कर चहेतों को नौकरियां दे रही है. प्रदेश के बेरोजगारों के साथ धोखा किया जा रहा है. अधिकतर लोग आउट सोर्स पर केवल मंडी की दो विधानसभा क्षेत्रों के रखे जा रहे हैं. यही नहीं सरकार उच्च पदों पर भी योग्यता को दरकिनार कर अपने चहेतों को अहम पदों पर बिठा रही है.
वहीं, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार पर प्रदेश के बेरोजगारों के साथ धोखा करने के आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी विभागों में चोर दरवाजे से सरकार नौकरियां बांट रही हैं. हिमाचल में आने वाले समय में ये भर्तियां बड़ा स्केंडल बनकर सामने आने वाली हैं. उन्होंने प्रदेश में आउटसोर्स के तहत की जा रही भर्तियों पर श्वेतपत्र जारी करने की मांग की है.
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