शिमला: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद की सदस्यता रद्द किए जाने के बाद हिमाचल में लगातार राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. वहीं, राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने के बाद कांग्रेस द्वारा देशभर में इसका विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रदेश की राजधानी शिमला में भी कांग्रेस द्वारा आज विधानसभा के बाहर मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस के विधायकों ने धरना प्रदर्शन किया. अब इस प्रदर्शन पर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि कांग्रेस का इस तरह से विरोध करना गलत है. यह फैसला जिला न्यायालय द्वारा सुनाया गया है और उसके विरोध में कांग्रेस के लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं जो कि सही नहीं है. कांग्रेस को कानूनी लड़ाई लड़नी चाहिए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जनसभा में भाषण दिया जिसके चलते यह परिस्थितियां बनी है और एक मानहानि का मामला सामने आया था जिस पर दोनों पक्षों को सुनने के बाद जिला कोर्ट ने 2 साल की उन्हें सजा सुनाई और जमानत भी दे दी गई है.
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस न्यायालय के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रही है. वहीं, उन्होंने मुख्यमंत्री के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि मुख्यमंत्री एक संवैधानिक दायित्व पर हैं. ऐसे में उनका किसी भी प्रदर्शन में हिस्सा लेना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि वे जब मुख्यमंत्री थे तो कभी भी किसी भी धरने प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए और ना ही हिस्सा लिया है, लेकिन मुख्यमंत्री प्रदर्शन में शामिल हुए हैं.
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