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शिमला के DDU अस्पताल में कल से शुरू होगी ओपीडी, हजारों लोगों को मिलेगी राहत - डीडीयू अस्पताल शिमला

काेराेना काल से पहले शिमला के डीडीयू अस्पताल में राेजाना 1200 से ज्यादा ओपीडी हाेती थी. मेडिसन, गायनी, ऑर्थाे और पेडियाट्रिक में यहां पर काफी भीड़ हाेती थी. हालांकि काेराेना में जब इसे बंद किया गया ताे मरीजाें काे काफी दिक्कतें आई. उन्हें इलाज के लिए अन्य अस्पतालाें पर निर्भर रहना पड़ा.

ddu hospital
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Published : Jan 21, 2021, 4:08 PM IST

शिमला: राजधानी शिमला के डीडीयू अस्पताल में शुक्रवार से सामान्य ओपीडी शुरू हो जाएगी. काेराेना मरीजाें के लिए एकमात्र अस्पताल रहा दीन दयाल अस्पताल शिमला अब काेविड फ्री अस्पताल बन गया है.

बता दें कि इससे पहले साेमवार काे यहां पांच काेराेना पेशेंट एडमिट थे, जिसमें से चार पेशेंट काे डिस्चार्ज कर दिया गया, जबकि एक पेशेंट काे आईजीएमसी रेफर किया गया था.

अस्पताल काे अब पूरी तरह से सैनिटाइज कर दिया गया है और शुक्रवार से ओपीडी शुरू कर दी जायेगी. यहां पर सभी तरह की ओपीडी चलेगी और टेस्ट भी हाेंगे और सोमवार तक मरीजाें काे एडमिट भी किया जाएगा.

अस्पताल में मरीजों को सुविधा

इस अस्पताल के शुरू हाेने से जहां आईजीएमसी में मरीजाें की संख्या में कमी आएगी, वहीं आसपास के मरीजाें काे काफी सुविधा मिलेगी. इससे पहले उन्हें इलाज के लिए काफी परेशानी अा रही थी. छाेटी से छाेटी बीमारी के लिए या ताे आईजीएमसी पहुंचना पड़ रहा था या फिर निजी क्लीनिकाें में.

वीडियो

1005 काेविड मरीजाें काे किया ट्रीट

डीडीयू काे काेविड अस्पताल बना दिया गया था। जिसके बाद यहां पर लगातार काेराेना मरीजाें काे लाया जा रहा था। यहां पर 90 से ज्यादा बैड लगाए गए थे, जाे काेराेना मरीजाें से फुल रहते थे. शुरुआत में इसे चार जिला साेलन, सिरमाैर, शिमला और किन्नाैर के मरीजाें के लिए रखा गया था.

हालांकि बाद में सिरमाैर और साेलन से केवल इमरजेंसी मरीज ही रेफर किए जा रहे थे. काेराेना काल के दाैरान डीडीयू में कुल 1005 काेराेना मरीजाें का ईलाज किया गया, जबकि 17 मरीजाें की यहां पर माैत भी हुई. एक महिला मरीज से ने यहां पर आत्महत्या भी कर ली थी, जिसके बाद यहां पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी.

1200 से ज्यादा रहती थी राेजाना ओपीडी

डीडीयू अस्पताल के एमएस डॉ. रमेश चौहान ने बताया कि 24 मार्च 2020 से डीडीयू अस्पताल की ओपीडी बंद थी. यहां पर सिर्फ कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा था, लेकिन अब सभी ओपीडी कल से खुली रहेंगी.

एमएस डॉ. रमेश चौहान ने बताया कि डीडीयू अस्पताल सबसे बेहतर अस्पतालाें में से एक हैं. यहां पर जिलाभर से मरीज इलाज के लिए आते थे. काेराेना काल से पहले यहां पर राेजाना 1200 से ज्यादा ओपीडी हाेती थी. मेडिसन, गायनी, ऑर्थाे और पेडियाट्रिक में यहां पर काफी भीड़ हाेती थी.

हालांकि काेराेना में जब इसे बंद किया गया ताे मरीजाें काे काफी दिक्कतें आई. उन्हें इलाज के लिए अन्य अस्पतालाें पर निर्भर रहना पड़ा. डीडीयू अस्पताल काेविड फ्री हाे चुका है.

साेमवार काे यहां से चार मरीजाें काे छुट्टी दे दी गई, जबकि एक मरीज काे आईजीएमसी रेफर कर दिया गया. अस्पताल काे पूरा सैनिटाइज किया गया है. मरीजाें काे यहां पर पहले की तरह बेहतर इलाज दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- 'बीजेपी कर रही छोटे स्तर की राजनीति, सरबजीत बॉबी को IGMC से हटाने की साजिश'

शिमला: राजधानी शिमला के डीडीयू अस्पताल में शुक्रवार से सामान्य ओपीडी शुरू हो जाएगी. काेराेना मरीजाें के लिए एकमात्र अस्पताल रहा दीन दयाल अस्पताल शिमला अब काेविड फ्री अस्पताल बन गया है.

बता दें कि इससे पहले साेमवार काे यहां पांच काेराेना पेशेंट एडमिट थे, जिसमें से चार पेशेंट काे डिस्चार्ज कर दिया गया, जबकि एक पेशेंट काे आईजीएमसी रेफर किया गया था.

अस्पताल काे अब पूरी तरह से सैनिटाइज कर दिया गया है और शुक्रवार से ओपीडी शुरू कर दी जायेगी. यहां पर सभी तरह की ओपीडी चलेगी और टेस्ट भी हाेंगे और सोमवार तक मरीजाें काे एडमिट भी किया जाएगा.

अस्पताल में मरीजों को सुविधा

इस अस्पताल के शुरू हाेने से जहां आईजीएमसी में मरीजाें की संख्या में कमी आएगी, वहीं आसपास के मरीजाें काे काफी सुविधा मिलेगी. इससे पहले उन्हें इलाज के लिए काफी परेशानी अा रही थी. छाेटी से छाेटी बीमारी के लिए या ताे आईजीएमसी पहुंचना पड़ रहा था या फिर निजी क्लीनिकाें में.

वीडियो

1005 काेविड मरीजाें काे किया ट्रीट

डीडीयू काे काेविड अस्पताल बना दिया गया था। जिसके बाद यहां पर लगातार काेराेना मरीजाें काे लाया जा रहा था। यहां पर 90 से ज्यादा बैड लगाए गए थे, जाे काेराेना मरीजाें से फुल रहते थे. शुरुआत में इसे चार जिला साेलन, सिरमाैर, शिमला और किन्नाैर के मरीजाें के लिए रखा गया था.

हालांकि बाद में सिरमाैर और साेलन से केवल इमरजेंसी मरीज ही रेफर किए जा रहे थे. काेराेना काल के दाैरान डीडीयू में कुल 1005 काेराेना मरीजाें का ईलाज किया गया, जबकि 17 मरीजाें की यहां पर माैत भी हुई. एक महिला मरीज से ने यहां पर आत्महत्या भी कर ली थी, जिसके बाद यहां पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी.

1200 से ज्यादा रहती थी राेजाना ओपीडी

डीडीयू अस्पताल के एमएस डॉ. रमेश चौहान ने बताया कि 24 मार्च 2020 से डीडीयू अस्पताल की ओपीडी बंद थी. यहां पर सिर्फ कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा था, लेकिन अब सभी ओपीडी कल से खुली रहेंगी.

एमएस डॉ. रमेश चौहान ने बताया कि डीडीयू अस्पताल सबसे बेहतर अस्पतालाें में से एक हैं. यहां पर जिलाभर से मरीज इलाज के लिए आते थे. काेराेना काल से पहले यहां पर राेजाना 1200 से ज्यादा ओपीडी हाेती थी. मेडिसन, गायनी, ऑर्थाे और पेडियाट्रिक में यहां पर काफी भीड़ हाेती थी.

हालांकि काेराेना में जब इसे बंद किया गया ताे मरीजाें काे काफी दिक्कतें आई. उन्हें इलाज के लिए अन्य अस्पतालाें पर निर्भर रहना पड़ा. डीडीयू अस्पताल काेविड फ्री हाे चुका है.

साेमवार काे यहां से चार मरीजाें काे छुट्टी दे दी गई, जबकि एक मरीज काे आईजीएमसी रेफर कर दिया गया. अस्पताल काे पूरा सैनिटाइज किया गया है. मरीजाें काे यहां पर पहले की तरह बेहतर इलाज दिया जाएगा.

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