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मान्यता प्राप्त संस्थानों से एक साल के कोर्स वाले एनटीटी भर्ती के लिए होंगे पात्र, शिक्षा विभाग कराएगा ब्रिज कोर्स - शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर

हिमाचल प्रदेश में किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थानों से 1 साल का कोर्स करने वाले अभ्यर्थी NTT भर्ती के लिए पात्र होंगे. पढ़ें पूरी खबर...

NTT Recruitment in Himachal
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर
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Published : May 11, 2023, 6:40 PM IST

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर

शिमला: मान्यता प्राप्त संस्थानों से एक साल का कोर्स करने वाले अभ्यर्थी एनटीटी भर्ती के लिए पात्र होंगे. इनकी नियुक्ति होने पर शिक्षा विभाग इन शिक्षकों को एक साल का ब्रिज कोर्स करवाएगा. एनसीटीई यानी नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन के दिशा निर्देशों के मुताबिक एनटीटी शिक्षकों के लिए दो साल का कोर्स अनिवार्य है लेकिन राज्य के अधिकतर युवाओं ने एक साल का कोर्स किया है. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात इसमें रियायत देने की मांग की थी. इसके बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और एनसीटीई ने मान्यता प्राप्त संस्थानों से एक साल का कोर्स करने वालों की नियुक्ति को देने के हिमाचल सरकार के आग्रह को मान लिया है. ऐसे में नियुक्ति होने पर इन शिक्षकों को छह माह का ब्रिज कोर्स कराया जाएगा. इससे हिमाचल में इन शिक्षकों की भर्तियों का रास्ता साफ हो गया है.

दरअसल एनसीटीई ने 2014 में एनटीटी भर्तियों के संबंध में दिशा निर्देश जारी किए थे, जिनमें एनटीटी भर्तियों के लिए दो साल का कोर्स जरूरी किया गया है. हिमाचल की बात करें तो 2014 से पहले हिमाचल में कोई भी संस्थान एनटीटी की ट्रेनिंग के नहीं करवा रहे थे. ऐसे में युवाओं ने बाहरी राज्यों से यह कोर्स किया है और वहां भी तब एक साल का ही कोर्स था. हिमाचल में 4700 एनटीटी के पदों को भरा जाना है और राज्य में करीब 9 से 10 हजार एनटीटी का प्रशिक्षण लिए हुए हैं. लेकिन ये एनसीटीई की शर्तों के कारण इन भर्तियों के लिए पात्र नहीं है. यही वजह है कि राज्य सरकार इन पदों नहीं भर पा रही थी और इनके लिए केंद्र से मिलने वाली ग्रांट भी हर साल लेप्स हो रही थी. बीते साल भी 47 करोड़ की ग्रांट लेप्स हुई है. अभी तक जिन स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाएं शुरू की गई हैं, वहां पर जेबीटी टीचर्स ही पढ़ा रहे हैं. हालात यह है कि कई जगह सिंगल टीचर है और उसके पास प्री नर्सरी कक्षाओं का दायित्व भी है.

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अन्य अधिकारियों से मुलाकात के दौरान एनटीटी भर्ती के लिए दो साल के कोर्स की शर्त में छूट देने की मांग की गई. हिमाचल की ओर से आग्रह किया गया है जिन अभ्यर्थियों ने 2014 से पहले एक साल का एनटीटी कोर्स किया है उनको पात्र माना जाए और 2014 के बाद के एक साल के कोर्स वाले अभ्यर्थियों को ब्रिज कोर्स का विकल्प दिया जाए. केंद्रीय शिक्षा मंत्री और एनसीटीई के अधिकारियों की इस पर सहमति के बाद अब प्रदेश शिक्षा विभाग इसको लेकर प्रपोजल केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को भेजेगा और इसकी औपचारिक मंजूरी मिलने के बाद एनटीटी की भर्तियां शुरू कर दी जाएंगी. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर कहा है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिले और उनसे खड़ापत्थर टनल सहित अन्य जगहों पर टनल बनाने सहित कई सड़क परियोजनाओं को लेकर बातचीत की. इनके अलावा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से भी वह मिले. रोहित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल से होने के नाते अनुराग ठाकुर का हिमाचल के लिए सहयोग रहा है और उनसे आगे भी सहयोग का आग्रह किया है.

Read Also- Kiratpur Manali Fourlane: जून में कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर दौड़ेगी गाड़ियां, जानिए कब तक तैयार होगा पूरा प्रोजेक्ट

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर

शिमला: मान्यता प्राप्त संस्थानों से एक साल का कोर्स करने वाले अभ्यर्थी एनटीटी भर्ती के लिए पात्र होंगे. इनकी नियुक्ति होने पर शिक्षा विभाग इन शिक्षकों को एक साल का ब्रिज कोर्स करवाएगा. एनसीटीई यानी नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन के दिशा निर्देशों के मुताबिक एनटीटी शिक्षकों के लिए दो साल का कोर्स अनिवार्य है लेकिन राज्य के अधिकतर युवाओं ने एक साल का कोर्स किया है. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात इसमें रियायत देने की मांग की थी. इसके बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और एनसीटीई ने मान्यता प्राप्त संस्थानों से एक साल का कोर्स करने वालों की नियुक्ति को देने के हिमाचल सरकार के आग्रह को मान लिया है. ऐसे में नियुक्ति होने पर इन शिक्षकों को छह माह का ब्रिज कोर्स कराया जाएगा. इससे हिमाचल में इन शिक्षकों की भर्तियों का रास्ता साफ हो गया है.

दरअसल एनसीटीई ने 2014 में एनटीटी भर्तियों के संबंध में दिशा निर्देश जारी किए थे, जिनमें एनटीटी भर्तियों के लिए दो साल का कोर्स जरूरी किया गया है. हिमाचल की बात करें तो 2014 से पहले हिमाचल में कोई भी संस्थान एनटीटी की ट्रेनिंग के नहीं करवा रहे थे. ऐसे में युवाओं ने बाहरी राज्यों से यह कोर्स किया है और वहां भी तब एक साल का ही कोर्स था. हिमाचल में 4700 एनटीटी के पदों को भरा जाना है और राज्य में करीब 9 से 10 हजार एनटीटी का प्रशिक्षण लिए हुए हैं. लेकिन ये एनसीटीई की शर्तों के कारण इन भर्तियों के लिए पात्र नहीं है. यही वजह है कि राज्य सरकार इन पदों नहीं भर पा रही थी और इनके लिए केंद्र से मिलने वाली ग्रांट भी हर साल लेप्स हो रही थी. बीते साल भी 47 करोड़ की ग्रांट लेप्स हुई है. अभी तक जिन स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाएं शुरू की गई हैं, वहां पर जेबीटी टीचर्स ही पढ़ा रहे हैं. हालात यह है कि कई जगह सिंगल टीचर है और उसके पास प्री नर्सरी कक्षाओं का दायित्व भी है.

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अन्य अधिकारियों से मुलाकात के दौरान एनटीटी भर्ती के लिए दो साल के कोर्स की शर्त में छूट देने की मांग की गई. हिमाचल की ओर से आग्रह किया गया है जिन अभ्यर्थियों ने 2014 से पहले एक साल का एनटीटी कोर्स किया है उनको पात्र माना जाए और 2014 के बाद के एक साल के कोर्स वाले अभ्यर्थियों को ब्रिज कोर्स का विकल्प दिया जाए. केंद्रीय शिक्षा मंत्री और एनसीटीई के अधिकारियों की इस पर सहमति के बाद अब प्रदेश शिक्षा विभाग इसको लेकर प्रपोजल केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को भेजेगा और इसकी औपचारिक मंजूरी मिलने के बाद एनटीटी की भर्तियां शुरू कर दी जाएंगी. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर कहा है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिले और उनसे खड़ापत्थर टनल सहित अन्य जगहों पर टनल बनाने सहित कई सड़क परियोजनाओं को लेकर बातचीत की. इनके अलावा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से भी वह मिले. रोहित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल से होने के नाते अनुराग ठाकुर का हिमाचल के लिए सहयोग रहा है और उनसे आगे भी सहयोग का आग्रह किया है.

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