शिमला: केंद्र सरकार के आदेश के बाद पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश को छोड़कर देशभर में घरेलू उड़ानें शुरू हो गई हैं, लेकिन शिमला के जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट को थोड़ा इंतजार करना होगा. दरअसल शिमला एयरपोर्ट से निजी विमान कम्पनी जैक्सन एयरलाइन सेवा दे रही थी जो पिछले साल अगस्त से बन्द थी. कारण ये रहा कि दिल्ली से शिमला के लिए पर्याप्त पैसेंजर नहीं मिलते थे और कम्पनी को घाटा उठाना पड़ रहा था. अब एयर इंडिया की सेवा यहां जून के आखिर में शुरू होगी.
बताया जा रहा है कि 30 जून को दिल्ली से पहली फ्लाइट आएगी. हालांकि जुब्बड़ हट्टी वही एयरपोर्ट है, जहां से पीएम नरेंद्र मोदी ने देश में सस्ती हवाई सेवा के तहत उड़ान योजना का शुभारंभ किया था, परन्तु कम पैसेंजर्स होने और निजी कंपनियों द्वारा वाईबल गैप फंडिंग का पैसा मांगने से हवाई सेवाएं ठप पड़ गयीं. अब कोरोना संकट के बीच एक बार फिर से शिमला से दिल्ली के लिए हवाई सेवा शुरू होगी.
दो महीने बाद गग्गल हुआ गुलज़ार
दरअसल कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए देशभर में घरेलू और विदेशी उड़ानों पर भी रोक लगा दी गई थी और करीब दो महीने बाद केंद्र सरकार ने घरेलू उड़ाने शुरू करने का फैसला लिया है. शिमला से हवाई उड़ानें शुरू होने में भले वक्त लगेगा, लेकिन कांगड़ा के गग्गल एयरपोर्ट पर करीब दो महीने बाद सोमवार को स्पाइजेट और एयर इंडिया की फ्लाइट यात्रियों को लेकर दिल्ली से गगल एयरपोर्ट पहुंची थी.
बदल गई हवाई सफर की ABC
जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट पर फिलहाल हवाई पट्टी के विस्तार का काम चल रहा है. उम्मीद है कि लॉकडाउन के कारण बंद हुई हवाई उड़ानें जल्द शुरू होंगी. जून के अंत में एयर इंडिया की दिल्ली से शिमला के लिए उड़ानें शुरू होने के आसार हैं. करीब 3 महीने बाद जब भी शिमला से हवाई उड़ाने शुरू होंगी तो हवाई सफर करने का अंदाज बदला-बदला होगा. एयरपोर्ट पर सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर सेनिटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग का बंदोबस्त करना होगा. यात्रियों को मास्क के बिना यात्रा नहीं करने दी जा रही है. जिस हिसाब से देशभर में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है उस हिसाब से आने वाले दिनों में मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, थर्मल स्कैनिंग और सेनिटाइजर का इस्तेमाल आगे भी जारी रहेगा.
'उड़ान' योजना से लगे थे पंख
बता दें कि पीएम मोदी ने उड़ान योजना के तहत सस्ती घरेलू हवाई उड़ानों की शुरुआत की थी. इसके तहत शिमला से भी हवाई उड़ानों की शुरुआत हुई थी. इसका फायदा हिमाचल में पर्यटन क्षेत्र को हुआ था. जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट से दिल्ली तक का हवाई सफर सिर्फ 55 मिनट में तय हो जाता है. पूर्व में हवाई पट्टी धंसने के कारण जुब्बड़हट्टी से हवाई उड़ानों पर रोक लगा दी गई थी. जिससे पर्यटन क्षेत्र को भी नुकसान हुआ था क्योंकि हर साल करीब 6 लाख सैलानी हवाई यात्रा कर शिमला पहुंचते हैं.
हिमाचल में एयर कनेक्टिविटी का मामला हाईकोर्ट में भी पहुंचा था. एक जनहित याचिका पर कोर्ट ने केंद्र, राज्य सरकार, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, जिला प्रशासन, लोक निर्माण विभाग व संबंधित एजेंसियों को जल्द से जल्द सारी बाधाएं दूर करने का आदेश दिए थे. इसके बाद 6 करोड़ की लागत से हवाई पट्टी को तीस मीटर चौड़ा किया गया और अन्य दूसरी बाधाओं को दूर किया गया, ताकि हवाई उड़ानें शुरू की जा सकें.
निजी ऑपरेटर्स ने खींचा था हाथ
उड़ान योजना के तहत शुरुआत में निजी कंपनियों ने शिमला से दिल्ली के बीच हवाई उड़ानों में दिलचस्पी तो दिखाई, लेकिन फायदा ना होते देख निजी कंपनियों ने शिमला से मुंह फेर लिया, जून के आखिर में जब जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट से हवाई उड़ाने शुरू होंगी तो एयर इंडिया की फ्लाइट्स ही यहां लैंड और टेकऑफ करती नजर आएंगी.
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