शिमला: हिमाचल ने भारी बारिश से अन्य सड़कों के अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इसके चलते आवागन पर व्यापक असर पड़ा है. हिमाचल ने केंद्रीय सड़क परिवहन मत्री नितिन गडकरी से इन मार्गों को खोलने के लिए मदद मांगी है. इसके बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के सचिव मनोज कुमार स्थिति का जायजा लेने हिमाचल पहुंचे हैं. वह हिमाचल के अधिकारियों से भी बैठक कर रहे हैं. इस बीच लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह की अध्यक्षता में आज भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई. इसमें सचिव एनएचएआई मनोज कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे.
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा प्रदेश सरकार एवं विभाग का प्रयास है कि सभी बंद पड़े राजमार्गों एवं मुख्य सड़कों को जल्द से जल्द बहाल किया जाए. उन्होंने कहा राष्ट्रीय राजमार्गों की बहाली के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी बात की गई है. प्रदेश सरकार के आग्रह पर केंद्र की ओर से एनएचएआई सचिव को स्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा गया है. इस बैठक के दौरान कीरतपुर-मनाली फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग को हुए नुकसान पर विस्तृत चर्चा की गई. प्राधिकरण के अधिकारियों ने अवगत करवाया कि इस राजमार्ग को रायसन से मनाली के बीच सबसे अधिक नुकसान हुआ है. इस मार्ग को सभी प्रकार के वाहनों के लिए खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है.
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा ब्यास नदी में आई बाढ़ ने पिछले अधिकतम बिंदू को पार कर लिया है. ऐसे में एनएचएआई को इस क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग की ऊंचाई बढ़ाने की दिशा में विचार करना चाहिए. ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके. इस पर एनएचएआई ने आईआईटी रुड़की के साथ मिलकर विस्तृत अध्ययन करने का आश्वासन दिया. आईआईटी रुड़की चक्की पुल के मरम्मत कार्य में भी शामिल है और उसी दल को कुल्लू-मनाली अनुभाग की बहाली के लिए उपाय सुझाने के लिए दौरा करने को कहा गया है.
मंत्री ने शिमला-कालका फोरलेन मार्ग पर भी यातायात सुचारू करने के निर्देश दिए. प्राधिकरण ने अवगत करवाया कि फिलहाल इस मार्ग पर सिंगल लेन यातायात संचालित किया जा रहा है. शीघ्र ही यहां से डबललेन यातायात बहाल कर दिया जाएगा. उन्होंने पिंजौर-बद्दी-नालागढ़ सड़क मार्ग पर मदनवाला पुल क्षतिग्रस्त होने से वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था करने और इस मार्ग को जल्द बहाल करने के भी निर्देश दिए. इस बैठक में पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित चक्की पुल की स्थिति पर भी चर्चा की गई.
लोक निर्माण मंत्री ने इसकी मरम्मत के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए. इसके अतिरिक्त प्राधिकरण ने शिमला-मटौर सड़क पर घंडल के समीप अस्थाई पुल की मरम्मत और इसके सुदृढ़ीकरण के लिए आवश्यक धनराशि उपलब्ध करवाने का भी आश्वासन दिया. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भारी बारिश व भूस्खलन के कारण उत्पन्न इस विपदा में सड़कों एवं पुलों के क्षतिग्रस्त होने से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत इत्यादि के लिए प्रदेश को उदार वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाने का भी आग्रह किया.
एनएचएआई के सचिव मनोज कुमार ने आश्वस्त किया कि आगामी 48 घंटों में कीरतपुर-मनाली फोरलेन सड़क मार्ग पर कुल्लू और मनाली के मध्य यातायात बहाल करने के प्रयास किए जाएंगे. इसके लिए आवश्यक मशीनरी एवं कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित की गई है. उन्होंने कहा कि अन्य राष्ट्रीय राजमार्गों को खोलने के भी हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. इस बैठक में लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियन्ता अजय गुप्ता, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
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