ETV Bharat / state

हिमाचल में यूके स्ट्रेन और नई म्यूटेशन के 32 मामले आए सामने, वायरस से बचने के लिए बरतें ये सावधानी

एनएचएम के मिशन डायरेक्टर डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि पूरे प्रदेश से अब तक जिमोन सिक्वेंसिंग के 607 सैंपल एनसीडीसी लैब को दिल्ली भेजे हैं. इसमें से 32 सैंपल यूके स्ट्रेन और नई म्यूटेशन के मिले हैं. प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश में ज्यादा कोविड प्रभावित जिलों जैसे कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन, ऊना और सिरमौर के अस्पतालों में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.

new mutation cases found in Himachal
हिमाचल में यूके स्ट्रेन
author img

By

Published : Apr 30, 2021, 8:36 PM IST

शिमला: हिमाचल में कोरोना का कहर जारी है. इसी बीच प्रदेश में अबतक 32 सैंपल यूके स्ट्रेन और नई म्यूटेशन के मिले हैं. एनएचएम के मिशन डायरेक्टर डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि पूरे प्रदेश से अब तक जिमोन सिक्वेंसिंग के 607 सैंपल एनसीडीसी लैब को दिल्ली भेजे हैं. इनमें से 118 सैंपल को अब तक जांचा गया है और इनकी रिपोर्ट भी आ चुकी है. इसमें से 32 सैंपल यूके स्ट्रेन और नई म्यूटेशन के मिले हैं.

हर महीने दिल्ली भेजे जा रहे हैं 250 सैंपल

इसे देखते हुए अब भी प्रतिमाह 250 सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजे जा रहे हैं. भले ही यूके स्ट्रेन कोविड से ज्यादा खतरनाक है और जल्द इफेक्ट करता है, लेकिन इससे घबराने की कतई जरूरत नहीं है. कोविड के लिए अभी तक हम जिन नियमों का पालन कर रहे हैं, इस तरह के स्ट्रेन से बचने के लिए भी इन्हीं नियमों का पालन करें.

बरतें ये सावधानी

किसी भी तरह का स्ट्रेन हो उसके लिए मास्क पहले, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें और लगातार हाथ को धोएं तो इससे आसानी से बचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने में भले ही लंबा प्रॉसेस लगता है और तब तक ऐसा भी देखा गया है कि मरीज रिकवर हो चुका है, लेकिन प्रदेश में अलग-अलग तरह के संक्रमण का पता लगाने के लिए स्वास्थय विभाग अपने स्तर पर यह सैंपलिंग करवा रहा है.

इन जिलों में बढ़ाए जा रहे हैं बेड

निपुण जिंदल ने कहा कि प्रदेश में ज्यादा कोविड प्रभावित जिलों जैसे कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन, ऊना और सिरमौर के अस्पतालों में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. प्रदेश में कोविड के सैम्पल लेने के कार्य में तेजी लाई जाएगी और रिपोर्ट भी कम समय में उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से प्रदेश में आने वाले लोगों पर निगरानी रखने के लिए एक प्रभावी तंत्र विकसित किया जाएगा.

दूसरे राज्यों से आने पर रहना होगा 14 दिन तक होम आइसोलेशन जरूरी

देश के अन्य राज्यों से प्रदेश में आने वाले लोगों को 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहना अनिवार्य होगा और इन्हें अपने आने की सूचना स्थानीय प्रशासन और पंचायती राज संस्थाओं व शहरी स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों से साझा करनी होगी.

ये भी पढ़ें: पूर्व CM वीरभद्र सिंह जांच के लिए पहुंचे IGMC, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मुलाकात कर जाना हाल

ये भी पढ़ें: नाहन में व्यवस्था का क्रूर चेहरा! कोरोना से पति की मौत, सड़क पर तड़पती रही संक्रमित पत्नी

शिमला: हिमाचल में कोरोना का कहर जारी है. इसी बीच प्रदेश में अबतक 32 सैंपल यूके स्ट्रेन और नई म्यूटेशन के मिले हैं. एनएचएम के मिशन डायरेक्टर डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि पूरे प्रदेश से अब तक जिमोन सिक्वेंसिंग के 607 सैंपल एनसीडीसी लैब को दिल्ली भेजे हैं. इनमें से 118 सैंपल को अब तक जांचा गया है और इनकी रिपोर्ट भी आ चुकी है. इसमें से 32 सैंपल यूके स्ट्रेन और नई म्यूटेशन के मिले हैं.

हर महीने दिल्ली भेजे जा रहे हैं 250 सैंपल

इसे देखते हुए अब भी प्रतिमाह 250 सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजे जा रहे हैं. भले ही यूके स्ट्रेन कोविड से ज्यादा खतरनाक है और जल्द इफेक्ट करता है, लेकिन इससे घबराने की कतई जरूरत नहीं है. कोविड के लिए अभी तक हम जिन नियमों का पालन कर रहे हैं, इस तरह के स्ट्रेन से बचने के लिए भी इन्हीं नियमों का पालन करें.

बरतें ये सावधानी

किसी भी तरह का स्ट्रेन हो उसके लिए मास्क पहले, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें और लगातार हाथ को धोएं तो इससे आसानी से बचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने में भले ही लंबा प्रॉसेस लगता है और तब तक ऐसा भी देखा गया है कि मरीज रिकवर हो चुका है, लेकिन प्रदेश में अलग-अलग तरह के संक्रमण का पता लगाने के लिए स्वास्थय विभाग अपने स्तर पर यह सैंपलिंग करवा रहा है.

इन जिलों में बढ़ाए जा रहे हैं बेड

निपुण जिंदल ने कहा कि प्रदेश में ज्यादा कोविड प्रभावित जिलों जैसे कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन, ऊना और सिरमौर के अस्पतालों में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. प्रदेश में कोविड के सैम्पल लेने के कार्य में तेजी लाई जाएगी और रिपोर्ट भी कम समय में उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से प्रदेश में आने वाले लोगों पर निगरानी रखने के लिए एक प्रभावी तंत्र विकसित किया जाएगा.

दूसरे राज्यों से आने पर रहना होगा 14 दिन तक होम आइसोलेशन जरूरी

देश के अन्य राज्यों से प्रदेश में आने वाले लोगों को 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहना अनिवार्य होगा और इन्हें अपने आने की सूचना स्थानीय प्रशासन और पंचायती राज संस्थाओं व शहरी स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों से साझा करनी होगी.

ये भी पढ़ें: पूर्व CM वीरभद्र सिंह जांच के लिए पहुंचे IGMC, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मुलाकात कर जाना हाल

ये भी पढ़ें: नाहन में व्यवस्था का क्रूर चेहरा! कोरोना से पति की मौत, सड़क पर तड़पती रही संक्रमित पत्नी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.