शिमला: प्रदेश के एकमात्र महिला एवं शिशु रोग कमला नेहरू अस्पताल (KNH) में बनाए गए नए लेबर रूम को अब महिलाओं को नहीं दिया जाएगा. गायनी के डॉक्टरों ने नए लेबर रूम को छोटा होने का हवाला दिया है. ऐसे में अस्पताल प्रबंधन ने पुराने लेबर रूम में ही महिलाओं की डिलीवरी करवाने का फैसला लिया है. यहां 32 लाख की लागत से पुराने लेबर रूम का ही जीर्णोद्धार किया जाएगा. (KNH Old labor room will be renovated) (New labor room will not Allotted to women in KNH)
पुराना लेबर रूम को किया जाएगा अपग्रेड- अस्पताल प्रबंधन ने पुराने लेबर रूम को अपग्रेड करने का फैसला लिया है साथ ही नई मशीने भी स्थापित की जाएगी. बता दें कि पिछले 7 सालों से प्रशासन व विभाग द्वारा दावा किया जा रहा था कि महिलाओं को नए लेबर रूम की सुविधा दी जाएगी. लेबर रूम बनकर भी तैयार हो गया है बावजूद इसके इस सुविधा से महिलाओं को वंचित रखा जा रहा है.
नए लेबर रूम में बनाए जाएंगे गायनी वार्ड- प्रशासन ने अब यह तय किया है कि जो नया लेबर रूम बनाया गया है उसमें गायनी वार्ड बनाए जाएंगे, क्योंकि गायनी वार्डों की भी यहां पर काफी ज्यादा कमी है. एक-एक बेड पर कई बार दो मरीजों को रखा जाता है. बता दें कि नया लेबर रूम सिस्टम अनुसार बनाया जा रहा था तो अब इसकी शुरुआत करने के बाद यह याद कैसे आई की यह छोटा बन गया है. यहां पर ऑक्सीजन सप्लाई से लेकर अन्य काम पूरा हो गया था, लेकिन अब सारी मेहनत बेकार हो गई है.
लेबर रूम के बाहर बनाया जाएगा वेटिंग रूम - प्रशासन ने अब यह भी तय कर लिया है कि पुराने लेबर रूम के बाहर जहां पर पार्किंग है और जहां से अंदर प्रवेश करते हैं, वहां पर वेटिंग रूम बनाए जाएंगे. ताकि मरीजों को रात व दिन के समय में उसमें बैठने की सुविधा मिल सके. इन दिनों पुराने लेबर रूम के बाहर बिल्कुल भी तीमारदारों के लिए बैठने की जगह तक नहीं है. ऐसे में रात के समय में तीमारदारों को सीढ़ियों में बैठकर रातें गुजारनी पड़ती है, लेकिन अब प्रशासन ने यह दावा किया है कि यहां पर तीमारदारों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें नहीं आने दी जाएंगी.
रात के समय ठहरने की सुविधा को लेकर चल रहा विचार- केएनएच में प्रदेश भर से महिलाएं यहां पर उपचार व डिलीवरी करवाने आती हैं. ऐसे में उनके साथ आए तीमारदारों के लिए रात के समय ठहरने की सुविधा नहीं है. तीमारदारों को इधर-उधर घूमते हुए सड़कों पर राते गुजारनी पड़ती है. खासकर तीमारदारों को सर्दियों में दिक्कतें होती होती है, क्योंकि शिमला में ठंड अधिक होती है.
केएनएच में सराय भवन का भी कोई प्रावधान नहीं- यहां पर सराय भवन का भी कोई प्रावधान नहीं है. ऐसे में ठहरने की सुविधा को लेकर अभी विचार चला हुआ है. अस्पताल के एमएस डॉ. रमेश ने बताया कि केएनएच में पुराने लेबर रूम का जीर्णोद्धार किया जाएगा. जिससे महिलाओं को यहां पर दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा. यहां पर एक वेटिंग रूम भी बनाया जाएगा, ताकि तीमारदारों को बैठने की सुविधा मिल सके. शीघ्र ही इसका काम शुरू किया जाएगा.
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