शिमला: हिमाचल को अपना दूसरा घर मानने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार अपनी टीम में देवभूमि को अहम रोल देने वाले हैं. छोटे पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश का नरेंद्र मोदी कैबिनेट में बड़ी हिस्सेदारी संभावित है. कम से कम हिमाचल से दो चेहरे ऐसे हैं, जिन पर नरेंद्र मोदी और अमित शाह का खास भरोसा है.
पहला चेहरा जेपी नड्डा के तौर पर है. वे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए-1 में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री थे. इस बार के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी व अमित शाह ने जेपी नड्डा को देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी. चुनावी गणित और विशेषज्ञों द्वारा महागठबंधन की जीत की संभावनाओं पर विराम लगाते हुए यूपी में भाजपा ने अपना परचम लहराया तो उसमें जेपी नड्डा का भी अहम योगदान है.
उधर, पार्टी के युवा चेहरे अनुराग ठाकुर ने चौथी मर्तबा लोकसभा चुनाव जीता है. वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं और बीसीसीआई में उनकी सक्रियता भी चर्चित है. दिलचस्प बात है कि चुनाव प्रचार के दौरान हिमाचल के बिलासपुर में रैली को संबोधित करते हुए खुद अमित शाह ने कहा था कि अनुराग को बड़ी जीत दिलाओ, उसे बड़ा आदमी बनाना मेरा काम है. शाह ने अनुराग ठाकुर को अपना छोटा भाई भी बताया था.
इन परिस्थितियों का गहराई से विश्लेषण करें तो टीम मोदी में हिमाचल से दो चेहरों को मौका मिलने के भरपूर आसार हैं. नड्डा यदि केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए गए तो चर्चा ये भी है कि वे भाजपा के नए अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं. नड्डा के पास संगठन के कामकाज का लंबा अनुभव है और वे मोदी तथा शाह के विश्वासपात्र भी हैं. यदि नड्डा को सरकार की बजाय संगठन में ही रखा जाएगा तो भी उनका कद बड़ा ही रहेगा. फिलहाल, भाजपा के आंतरिक सूत्रों के जरिए छनकर आ रही खबरों पर यकीन किया जाए तो टीम मोदी में हिमाचल से दो मंत्री लगभग तय हैं.
उल्लेखनीय है कि चार सीटों वाले छोटे राज्य हिमाचल का देश की राजनीति में बड़ा रोल रहा है. इससे पहले शांता कुमार अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं. वीरभद्र सिंह भी यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री थे. फिर जेपी नड्डा नरेंद्र मोदी की टीम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए. नड्डा के पास संगठन में भी अहम पद रहे हैं. वे भाजपा की सर्वोच्च निर्णय संस्था यानी संसदीय बोर्ड में अहम भूमिका में हैं. इस तरह जेपी नड्डा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए भी उपयुक्त चयन हो सकते हैं.
अनुराग ठाकुर को भी भाजपा ने कई अहम रोल दिए हैं. वे लोकसभा में पार्टी के चीफ व्हिप रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल को यूं भी बहुत तरजीह देते हैं. उनके हिमाचल प्रेम का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां आने पर वे कई बार पहाड़ी बोली में बातचीत करते हैं. वे 1998 में हिमाचल प्रभारी भी रहे हैं और उन्होंने हिमाचल का काफी भ्रमण किया है. अपने लगाव को वे यहां की रैलियों में बताते आए हैं. फिर, जेपी नड्डा व अनुराग ठाकुर ने पार्टी की केंद्रीय राजनीति में खुद को साबित भी किया है. फिलहाल, समूचे देश की तरह हिमाचल की नजर भी गुरुवार को नरेंद्र मोदी की शपथ ग्रहण सेरेमनी पर होगी.
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