शिमला: शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान प्रश्नकाल समाप्त होते ही नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री मंडी के सांसद रामस्वरूप शर्मा की दिल्ली आवास पर संदिग्ध मौत का मामला सदन में उठाया. अग्निहोत्री ने इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जिस तरह सांसद संदिग्ध परिस्थितियों में मिले. इसके बाद कई चर्चाएं हो रही हैं, इसलिए उनकी मौत की जांच होनी चाहिए.
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मुख्यमंत्री करें पहल
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को इसमें पहल करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि रामस्वरूप के बेटे और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने भी इस मामले की जांच की मांग की है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि इस मामले को केंद्र के समक्ष उठाए. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विपक्ष इस पर राजनीति नहीं करना चाह रहे, लेकिन जिस तरह सोशल मीडिया में उनके खिलाफ बातें लिखी जा रही हैं ओर उनका चरित्र हनन किया जा रहा है. ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि उनके पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाएं.
सुसाइड नोट न लिखना खड़े करता है सवाल
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पंडित रामस्वरूप काफी शांत स्वभाव के व्यक्ति थे और वे कभी किसी विवाद में नहीं पड़ते थे. वे हर रोज डायरी भी लिखते थे. ऐसे में इतना बड़ा कदम उठा रहे थे, तो सुसाइड नोट क्यों नहीं लिखा.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इसे लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को यहां सदन में वक्तव्य देना चाहिए था और अब तक जांच में क्या निकला है, इसके बारे में बताना चाहिए था. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि अभिनेता सुशांत राजपूत की आत्महत्या पर देश भर में बवाल उठा था और उनकी सीबीआई जांच करवाई गई थी, तो 17 लाख से ज्यादा लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले रामस्वरूप की मौत की जांच सरकार सीबीआई से क्यों नहीं करवा रही है.
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