शिमलाः विधानसभा के बाद अब शिमला नगर निगम की अप्रैल माह से मासिक बैठक पेपरलेस होने जा रही है. इसके लिए बचत भवन में शनिवार को सभी पार्षदों को एक प्रेजेंटेशन दी गई. इसमें पार्षदों को बताया गया कि किस तरह से सॉफ्टवेयर के जरिए पार्षद अपने प्रश्न उठा सकेंगे और उन्हें उसका रिप्लाई किस तरीके से मिलेगा. जहां ई-बुक के जरिए पाषर्दों को ऐजेंडा दिया जाएगा.
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पार्षदों के सुझावों पर किया जाएगा विचार
ई-नगर निगम की कार्यप्रणाली शुरू होने से सभी पार्षद सहित अन्य अधिकरी सदन में हिस्सा ले सकेंगे और सवाल जवाब भी कर पाएंगे. प्रेजेंटेशन के दौरान पार्षदों ने अपने फीडबैक भी दिए और नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली ने आश्वासन दिया कि पार्षदों के सुझावों पर विचार किया जाएगा.
आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि हिमाचल विधानसभा की तर्ज पर अब नगर निगम को पेपर लेस बनाने के तैयारियां पूरी हो चुकी है. अप्रैल माह होने वाली मासिक बैठक में ई-नगर निगम का ट्रायल किया जाएगा और अगर यह सफल रहा, तो मई में इसका उद्धाटन अधिकारिक तौर पर कर दिया जाएगा.
ई-विधान की तर्ज पर तैयार हुआ है सॉफ्टवेयर
आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि विधानसभा के ई-विधान के अध्ययन के बाद यह सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है, ताकि नगर निगम को पेपरलेस बनाया जा सके. सॉफ्टवेयर पर पार्षद अपने वार्ड में हो रहे विकास कार्यों की जानकारी भी ले सकेंगे.
आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि सॉफ्टवेयर पर सभी पार्षद अपने वार्डों में स्मार्ट सिटी, अमृत मिशन सहित अन्य विकास कार्यों की जानकारी ले सकेंगे. वार्ड में कौन-सा कार्य किस गति से चल रहा है और उसकी प्रोग्रेस रिपोर्ट क्या है, इसकी जानकारी भी सॉफ्टवेयर पर उपलब्ध करवाई जाएगी.