शिमला: हिमाचल प्रदेश में विकास के कार्य न होने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने जयराम सरकार पर निशाना साधा है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जयराम सरकार में विपक्ष के नहीं, बल्कि सत्तापक्ष के विधायक ज्यादा परेशान हैं. विधानसभा क्षेत्रों में विकास के कार्य ठप पड़े हैं. अभी हाल ही में विधायक प्राथमिकता की बैठक में ज्यादा सत्तापक्ष के विधायक परेशान नजर आए. उनका आरोप था कि 60% से ज्यादा कार्यों की डीपीआर नहीं बन पा रही है. यह सरकार केवल बोलकर ही विकास कार्य कर रही है. धरातल पर कुछ नजर नहीं आ रहा है.
धरातल पर नजर नहीं आ रहा वादा
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि 26 फरवरी से बजट सत्र शुरू होने जा रहा है. इस दौरान कांग्रेस ने सरकार को घेरने की रणनीति बना ली है. बजट सत्र में सरकार की नाकामियों को उजागर किया जाएगा. मुख्यमंत्री 6 मार्च को जो बजट पेश करेंगे. वह झूठ का पुलिंदा होगा. सरकार 3 बजट पेश कर चुकी है, लेकिन एक भी वादा धरातल पर नजर नहीं आया है.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि केंद्र के बजट को में हिमाचल को कुछ नहीं मिल पाया है. अनुराग ठाकुर के वित्त राज्य मंत्री होने के बावजूद बजट में हिमाचल को कोई राहत नहीं मिली. हिमाचल आने पर तो वह प्रदेश के हितों को केंद्र के सामने उठाने की बात करते हैं, लेकिन उनकी कथनी और करनी में फर्क है. बीजेपी के नेताओं के आपसी मतभेद का नुकसान प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार केंद्र के समक्ष अपना पक्ष ढंग से नहीं रख पा रहा.
कर्ज पर चल रही सरकार
हिमाचल सरकार के कर्ज लेने को लेकर भी विक्रमादित्य सिंह ने जयराम सरकार पर निशाना साधा. विक्रमादित्य ने कहा कि डबल इंजन पूरी तरह हांफना शुरु हो गया है. इस सरकार के पास न तो कोई सोच है और न ही कोई विकास का विजन. केवल लोन लेकर यह सरकार चलाई जा रही है.
ये भी पढ़ें: 15 अप्रैल को शुरू होगी स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा, सीएम जयराम की अध्यक्षता में तैयार हुई रूपरेखा