शिमला: विधानसभा में बजट (Himachal assembly budget session)अनुमानों पर चर्चा के दौरान सोमवार को सदन में खूब गहमागहमी हुई. वन मंत्री राकेश पठानिया ने (Pathania on Congress )कांग्रेस पर जमकर तीर चलाए. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री व कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह के आरोपों पर जोरदार पलटवार किया .हालांकि, माहौल को हल्का-फुल्का बनाए रखने के लिए वन मंत्री राकेश पठानिया ने विक्रमादित्य सिंह को अपना छोटा भाई भी कहा, लेकिन उन पर तंज भी कसते रहे.
पठानिया ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह पूरे प्रदेश में एक तिहाई क्षेत्र में अपने परिवार का प्रतिनिधित्व मानते हैं. दूसरे शब्दों में विक्रमादित्य कहते कि राज्य की एक तिहाई विधानसभा सीटों पर वीरभद्र सिंह के परिवार का कब्जा है. पठानिया ने कहा कि क्या आपकी कांग्रेस अलग है. यह कांग्रेस बी है या कांगेस सी है. उन्होंने कहा कि वह आज भी रजवाड़ा शाही की मानसिकता से ग्रसित है. पठानिया ने कहा कि वह ईडी के मामलों में आरोपियों की फेहरिस्त में नौवें स्थान पर है.
वह तमाम कागजात लाए है. ऐसे में वह अपनी खलड़ी में रहे. विपक्षी दीर्घा से विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि ईडी तो हर किसी पर मामले बना रही और उन्हें मंत्री व ईडी से कोई प्रमाणपत्र लेने की जरूरत नहीं है. पठानिया ने पलटवार किया और कहा कि प्रमाणपत्र को ईडी ने दिया और वह जमानती आदमी है इसलिए चुप ही रहे . यही नहीं कांग्रेस सरकार में जो शराब के कारोबार के लिए कंपनी बनाई थी और उसे वह छाया मंत्री के तौर पर चला रहे थे. कांग्रेस सरकार में उन्होंने खूब लूट मचाई.
पठानिया ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए यह भी कहा कि पूर्व सरकार में चंबा, ऊना में शराब के ठेकों की वजह से 75 करोड़ का नुकसान हो गया.उन्होंने कहा कि कांगेस ने इस प्रदेश को बेचा व जमकर लूटा. पठानिया ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री से कहा कि उन्होंने बीते रोज ऊना में ही रैली को देखा व उन्हें उम्मीद है कि वह जीतकर आ जाएंगे. उन्होंने चुटकी ली व कहा कि वह दुआ करते है कि वह विपक्षी दीर्घा में ही बैठे रहें.
चर्चा के दौरान पठानिया ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने जीडीपी के 8.2 फीसद होने को लेकर सवाल उठाया है. राकेश पठानिया ने कहा कि कोविड की वजह से पिछले वित्त साल में जीडीपी माइनस 5.2 तक पहुंच गई थी, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह विकास दर माइनस 27 फीसद तक पहुंच गई थी, लेकिन नेता प्रतिपक्ष को बजट में यह सब नजर नहीं आया. पठानिया ने कहा कि लगता है कि नेता प्रतिपक्ष ने बजट को पढ़ा ही नहीं है.
यही नहीं नेता प्रतिपक्ष यह संदेश देने का प्रयास कर रहे है कि भाजपा की जयराम सरकार कर्मचारियों की सबसे बड़ी दुश्मन है, लेकिन सच्चाई बिलकुल अलग है. उन्होंने कहा कि जितना कुछ जयराम सरकार ने कर्मचारियों के लिए किया उतना किसी ने नहीं किया .पेंशन को लेकर यह जयराम सरकार ही जिसने पेंशन की उम्र 80 से 60 साल की. कांग्रेस के राज में तो पेंशन की पात्रता की उम्र अस्सी साल थी ,जबकि प्रदेश की जीवन प्रत्याशा ही 75 साल है.
ऐसे में पता नहीं कांग्रेस सरकार किसको पेंशन लगाना चाहती थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय ईज ऑफ डुइंग में प्रदेश की रैंकिंग सोलहवें स्थान पर थी जो अब सातवें स्थान पर पहुंच गई. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष सदन में बार -बार कह रहे है कि शराब के ठेकों की नीलामी क्यों नहीं की ,लेकिन कांग्रेस की पूर्व सरकार में 2012 से लेकर 2016 तक इन ठेकों की नीलामी न कर इन्हें रिन्यू किया था. कांग्रेस सरकार के समय रिसोर्स मोबिलाइजेशन के लिए गठित कमेटी की बैठकें तक नहीं हुई.
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