ETV Bharat / state

CM ने आनन-फानन में बुलाई बैठक, शिमला में अवैध पार्किंग पर सख्ती करेगी सरकार

शिमला में सोमवार को सीएम जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की गई. बैठक में सड़क सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. सीएम जयराम ठाकुर ने शिमला जिला प्रशासन और नगर निगम को 10 जुलाई तक ऐसे स्थल चिन्हित करने के भी निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि परिवहन वाहनों की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

बैठक के दौरान सीएम जयराम ठाकुर व अन्य
author img

By

Published : Jul 1, 2019, 9:14 PM IST

शिमला: शिमला शहर में सड़कों पर केवल एक तरफ पीली लाइन पर ही वाहनों की पार्किंग की अनुमति दी जाएगी. साथ ही अनाधिकृत पार्किंग पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. ये निर्णय सोमवार को सीएम जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में लिया गया.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि शिमला में अधिकृत पार्किंग और अनाधिकृत पार्किंग क्षेत्र के साइन बोर्ड स्थापित किए जाएंगे. शिमला में चल रहे तीन बड़ी पार्किंग स्थलों को विकसित करने के काम में तेजी लाई जाएगी. जबकि जिला प्रशासन व नगर निगम शिमला विशेषकर आवासीय क्षेत्रों में पार्किंग विकसित करने के लिए जगह चिन्हित करेंगे. इससे लोगों को जहां पर्याप्त पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होगी, वहीं शहर की सड़कों पर यातायात की व्यवस्था भी सुचारू बनी रहेगी.

meeting held for road safety in shimla
बैठक के दौरान सीएम जयराम ठाकुर व अन्य

ये भी पढे़ं-शिमला में स्कूली बच्चों को ले जा रही बस पलटी, चालक समेत 3 की मौत, 6 बच्चे घायल

वहीं, सीएम जयराम ठाकुर ने शिमला जिला प्रशासन और नगर निगम को 10 जुलाई तक ऐसे स्थल चिन्हित करने के भी निर्देश दिए जहां सड़क के किनारे पीली रेखा के साथ छोटी-छोटी पार्किंग विकसित की जा सकें. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को अपने घरों के सेटबैक के दायरे में निजी पार्किंग विकसित करने के पहलू पर विचार करेगी.

सीएम ने कहा कि सभी सरकारी कार्यलयों को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि अपने वाहनों के लिए उनके पास पर्याप्त पार्किंग स्थल हो ताकि सड़कों पर वाहनों को खड़ा करने की आवश्यकता न रहे. उन्होंने कहा कि ऐसे स्थलों पर 50 मीटर के दायरे में पार्किंग की अनुमति नहीं दी जाएगी, जहां स्कूली विद्यार्थी अपनी स्कूल बसों से उतरते-चढ़ते हैं.

वीडियो

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में लोगों को सड़क सुरक्षा के संबंध में जागरूक करने के लिए बड़े स्तर पर जागरूकता, शिक्षा एवं संपर्क गतिविधियां चलाई जाएंगी. राज्य में सभी तंग सड़कों को चिन्हित कर उन्हें चौड़ा करने के लिए कदम उठाए जाएंगे.

ये भी पढे़ं-शिमला स्कूल बस हादसे में परिवहन मंत्री ने जताया दुख, बोले- इस कारण हुआ हादसा

वहीं, बैठक में ये भी जानकारी दी गई कि शिमला शहर में रोजाना 1,65,000 वाहन चलते हैं. जिस कारण लोगों की सुविधा के लिए वैकल्पिक सड़कों के निर्माण की आवश्यकता है. सीएम ने सोमवार शिमला में हुए स्कूल बस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मृतकों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की राशि दी जा रही है और घायलों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई गई है.

सीएम ने कहा कि परिवहन वाहनों की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, जिसके लिए सभी स्कूल बसों की जांच नियमित रूप से की जाएगी. साथ ही स्कूल प्रबंधन को सुरक्षा मापदण्डों के बारे में जागरूक बनाया जाएगा.

इस दौरान शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और परिवहन मंत्री गोविन्द ठाकुर ने भी वाहनों की सुरक्षित आवाजाही के लिए सड़क सुरक्षा एवं सुधार के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए.

ये भी पढे़ं-शिमला बस हादसे के बाद गुस्साए स्थानीय लोग, सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों के तोड़े शीशे

शिमला: शिमला शहर में सड़कों पर केवल एक तरफ पीली लाइन पर ही वाहनों की पार्किंग की अनुमति दी जाएगी. साथ ही अनाधिकृत पार्किंग पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. ये निर्णय सोमवार को सीएम जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में लिया गया.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि शिमला में अधिकृत पार्किंग और अनाधिकृत पार्किंग क्षेत्र के साइन बोर्ड स्थापित किए जाएंगे. शिमला में चल रहे तीन बड़ी पार्किंग स्थलों को विकसित करने के काम में तेजी लाई जाएगी. जबकि जिला प्रशासन व नगर निगम शिमला विशेषकर आवासीय क्षेत्रों में पार्किंग विकसित करने के लिए जगह चिन्हित करेंगे. इससे लोगों को जहां पर्याप्त पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होगी, वहीं शहर की सड़कों पर यातायात की व्यवस्था भी सुचारू बनी रहेगी.

meeting held for road safety in shimla
बैठक के दौरान सीएम जयराम ठाकुर व अन्य

ये भी पढे़ं-शिमला में स्कूली बच्चों को ले जा रही बस पलटी, चालक समेत 3 की मौत, 6 बच्चे घायल

वहीं, सीएम जयराम ठाकुर ने शिमला जिला प्रशासन और नगर निगम को 10 जुलाई तक ऐसे स्थल चिन्हित करने के भी निर्देश दिए जहां सड़क के किनारे पीली रेखा के साथ छोटी-छोटी पार्किंग विकसित की जा सकें. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को अपने घरों के सेटबैक के दायरे में निजी पार्किंग विकसित करने के पहलू पर विचार करेगी.

सीएम ने कहा कि सभी सरकारी कार्यलयों को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि अपने वाहनों के लिए उनके पास पर्याप्त पार्किंग स्थल हो ताकि सड़कों पर वाहनों को खड़ा करने की आवश्यकता न रहे. उन्होंने कहा कि ऐसे स्थलों पर 50 मीटर के दायरे में पार्किंग की अनुमति नहीं दी जाएगी, जहां स्कूली विद्यार्थी अपनी स्कूल बसों से उतरते-चढ़ते हैं.

वीडियो

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में लोगों को सड़क सुरक्षा के संबंध में जागरूक करने के लिए बड़े स्तर पर जागरूकता, शिक्षा एवं संपर्क गतिविधियां चलाई जाएंगी. राज्य में सभी तंग सड़कों को चिन्हित कर उन्हें चौड़ा करने के लिए कदम उठाए जाएंगे.

ये भी पढे़ं-शिमला स्कूल बस हादसे में परिवहन मंत्री ने जताया दुख, बोले- इस कारण हुआ हादसा

वहीं, बैठक में ये भी जानकारी दी गई कि शिमला शहर में रोजाना 1,65,000 वाहन चलते हैं. जिस कारण लोगों की सुविधा के लिए वैकल्पिक सड़कों के निर्माण की आवश्यकता है. सीएम ने सोमवार शिमला में हुए स्कूल बस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मृतकों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की राशि दी जा रही है और घायलों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई गई है.

सीएम ने कहा कि परिवहन वाहनों की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, जिसके लिए सभी स्कूल बसों की जांच नियमित रूप से की जाएगी. साथ ही स्कूल प्रबंधन को सुरक्षा मापदण्डों के बारे में जागरूक बनाया जाएगा.

इस दौरान शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और परिवहन मंत्री गोविन्द ठाकुर ने भी वाहनों की सुरक्षित आवाजाही के लिए सड़क सुरक्षा एवं सुधार के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए.

ये भी पढे़ं-शिमला बस हादसे के बाद गुस्साए स्थानीय लोग, सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों के तोड़े शीशे

Intro:मुख्यमंत्री ने आनन फानन में बुलाई बैठक, शिमला में अनाधिकृत पार्किंग पर सख़्ती करेगी सरकार

शिमला शहर में सड़कों पर केवल एक तरफ पीली लाईन पर ही वाहनों की पार्किंग की अनुमति दी जाएगी और अनाधिकृत पार्किंग पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आज यहां सड़क सुरक्षा पर वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक में यह निर्णय लिया गया।
Body:उन्होंने कहा कि शिमला में अधिकृत पार्किंग और अनाधिकृत पार्किंग क्षेत्र के साईन बोर्ड स्थापित किए जाएंगे। शिमला में चल रहे तीन बड़ी पार्किंग स्थलों को विकसित करने के कार्य में तेजी लाई जाएगी जबकि जिला प्रशासन व नगर निगम शिमला विशेषकर आवासीय क्षेत्रों में पार्किंग विकसित करने के लिए जगह चिन्हित करेंगे। इससे लोगों को जहां पर्याप्त पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होगी, वहीं शहर की सड़कों पर यातायात की व्यवस्था भी सुचारू बनी रहेगी।
जय राम ठाकुर ने शिमला जिला प्रशासन और नगर निगम को 10 जुलाई तक ऐसे स्थल चिन्हित करने के भी निर्देश दिए जहां सड़क के किनारे पीली रेखा के साथ छोटी-छोटी पार्किंग विकसित की जा सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को अपने घरों के सैटबैक के दायरे में निजी पार्किंग विकसित करने के पहलू पर विचार करेगी।
उन्होंने कहा कि सभी सरकारी कार्यलयों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अपने वाहनों के लिए उनके पास पर्याप्त पार्किंग स्थल हो ताकि सड़कों पर वाहनों को खड़ा करने की आवश्यकता न रहे। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थलों पर 50 मीटर के दायरे में पार्किंग की अनुमति नहीं दी जाएगी जहां स्कूली विद्यार्थी अपनी स्कूल बसों से उतरते और चढ़ते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में लोगों को सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में जागरूक करने के लिए बड़े स्तर पर जागरूकता, शिक्षा एवं सम्पर्क गतिविधियां चलाई जाएंगी। राज्य में सभी तंग सड़कों को चिन्हित कर उन्हें चौड़ा करने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि शिमला शहर में रोज़ाना 1,65,000 वाहन चलते हैं जिसके कारण लोगों की सुविधा के लिए वैकल्पिक सड़कों के निर्माण की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने आज शिमला में एक स्कूल बस दुर्घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मृतकों के परिवारों को पांच लाख रुपये की राशि दी जा रही है तथा घायलों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई गई है।
उन्होंने कहा कि परिवहन वाहनों की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाएगा तथा किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदेश सरकार की प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है जिसके लिए सभी स्कूल बसों की जांच नियमित रूप से की जाएगी तथा स्कूल प्रबन्धन को सुरक्षा मापदण्डों के बारे में जागरूक बनाया जाएगा।

Conclusion:शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और परिवहन मंत्री गोविन्द ठाकुर ने भी वाहनों की सुरक्षित आवाजाही के लिए सड़क सुरक्षा एवं सुधारं के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.