शिमला: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर शिमला नगर निगम ने लाखों खर्च कर सेनिटाइज टनल बना कर तैयार कर दी है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने टनल बनाने और इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं को निर्देश जारी कर दिए हैं.
नगर निगम की ओर से बनाई गई सेनिटाइज टनल बन कर तैयार है. इसे लिफ्ट पार्किंग में रखा गया है. टनल का ट्रायल भी कर लिया गया है. इस टनल को नगर निगम आइजीएमसी शिमला में लगाने जा रहा था.
जानकारी के अनुसार इस टनल पर एक लाख 15 हजार के करीब खर्च किया गया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने विश्व स्वास्थ्य संगठन का हवाला देते हुए कहा गया है कि कीटाणु शोधन टनल में इस्तेमाल होने वाले केमिकल वायरस को खत्म नहीं करते हैं.
नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए शहर के अस्पतालों के लिए सेनिटाइज टनल बनाई जा रही थी, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. कई शहरों में ये टनल बनाई गई. इसे देखते हुए शिमला में भी एक टनल बनाई गई है.
इसका इस्तेमाल सफाई कर्मियों को सेनिटाइज करने के लिए किया जाएगा. इसके अलावा गुरुवार को मासिक बैठक पर इसको लेकर अंतिम फैसला लिया जाएगा.
बता दें कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शहर के अस्पतालों में सेनिटाइज टनल लगाने का फैसला नगर निगम ने लिया था. एक टनल बना कर तैयार भी कर दी गई है. ये टनल स्मार्ट सिटी के तहत बनाई गई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की रोक के बाद नगर निगम की उम्मीदों पर पानी फिर गया है.
ये भी पढ़ें: COVID-19: सफाईकर्मियों को सम्मानित करेगी सरकार- शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज