शिमला: शिमलावासियों को अब कार्य के लिए नगर निगम के अलग अलग कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. लोगों को एक छत के नीचे सभी नगर निगम के कार्यालयों की सुविधा मिलेगी. इसी के चलते नगर निगम ने सब्जी मंडी में नगर निगम का भवन बनाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है.
इस प्रस्ताव में नगर निगम ने सरकार से भवन बनाने की अनुमति मांगी है. नगर निगम ने तर्क दिया है कि नगर निगम के पास अपना कोई भवन नहीं है और आधे से ज्यादा कार्यालय उपायुक्त कार्यालय में चल रहे है, जबकि कुछ कार्यालय पदम देव कॉम्प्लेक्स में चल रहे हैं. इसके कारण लोगों को भी काम करवाने के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है. ऐसे में सभी कार्यालय को एक ही भवन में चलाने के लिए लिए सब्जी मंडी में निगम अपना भवन बना सकता है, जिससे सभी कार्यालय एक जगह होंगे.
नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि नगर निगम के पास अपना भवन नहीं है. टाउनहॉल में भी महापौर और उप महापौर बैठने की अनुमति है, जबकि कुछ कार्यालय डीसी ऑफिस और पदमदेव कॉम्प्लेक्स में है. उन्होंने कहा कि लोग भी सभी कार्यालय एक जगह होने की मांग कर रहे हैं. ऐसे में सभी कार्यालय को एक छत के नीचे लाने के लिए एक प्रस्ताव बना कर सरकार को भेजा गया है, जिसमे सब्जी मंडी में निगम का अपना भवन बनाने का आग्रह किया गया है.
पहले टाउनहॉल में ही अधिकतर कार्यालय होते थे, लेकिन जीर्णोद्धार के चलते डीसी ऑफिस में सभी कार्यालय शिफ्ट कर दिए हैं. अब टाउनहॉल में महापौर और उप महापौर के अलावा किसी अधिकारी को बैठने की अनुमति नहीं है. ऐसे में लोगों को अपने कार्यों के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है.
विधानसभा की तर्ज पर नगर निगम में भी ई-विधान प्रणाली लागू करने जा रहे हैं. इसके लिए पार्षदों को प्रशिक्षण भी जा चुका है, लेकिन नगर निगम के पास सदन बनाने की जगह नहीं है. निगम टाउनहॉल में सदन बनाने जा रहा था, लेकिन हाई कोर्ट ने सदन बनाने से मना कर दिया है विधान लागू करने के लिए अपना भवन होना जरूरी है जहां सदन बनाया जा सके.
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