शिमला: राजधानी शिमला में अवैध निर्माण करने वालों पर नगर निगम ने कार्रवाई शुरू कर दी है. मंगलवार को शहर के कई हिस्सों में नगर निगम की टीम ने अवैध निर्माण को तोड़ा. ढली, बीसीएस और लिफ्ट में अवैध रूप से निर्माण किया गया था.
लिफ्ट के पास सोमवार रात को ही ढारा खड़ा कर दिया गया था, जिसकी सूचना नगर निगम को मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और अवैध निर्माण को तोड़ दिया. वहीं, ढारे में रखा सारा सामान भी निगम ने अपने कब्जे में ले लिया.
जानकारी के अनुसार, शहर में करीब 41 अवैध निर्माण किए गए हैं, जिनमें दुकानें ओर ढारे बनाए गए हैं. खासकर बाजारों में तहबाजारियों ने ही दुकानें खड़ी कर दी हैं. हाई कोर्ट ने भी अवैध निर्माण तोड़ने के कड़े निर्देश नगर निगम को दिए हैं, जिसके चलते नगर निगम अवैध निर्माणों पर कार्रवाई कर रही है.
अवैध निर्माण को हटाने के लिए एक टीम का गठन किया गया है, जिसमें पुलिस की भी मदद ली जा रही है. नगर निगम के सहायक आयुक्त अजित भारद्वाज ने कहा कि शहर में अवैध निर्माण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जाएगा.
निगम ने दो सप्ताह से अवैध निर्माण के खिलाफ मुहिम शुरू की है और कई जगहों पर अवैध निर्माण तोड़े गए हैं. उन्होंने कहा कि शहर में नियमानुसार ही काम होगा और बिना निगम की अनुमति के निर्माण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.