मंडी: हिमाचल प्रदेश में नशे की चिट्टे की समस्या गंभीर रूप ले रही है. चिट्टे के बढ़ते प्रचलन पर रोक लगाने के लिए अब लोग आगे आ रहे हैं. नगर निगम मंडी ने भी नशे के खिलाफ मोर्चा निकाल लिया है. नगर निगम मंडी ने चिट्टे के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए चिट्टा तस्करों व इसका सेवन करने वाले नशेड़ियों को अब सलाखों के पीछे पहुंचाने और इन्हें सबक सिखाने का मन बना लिया है. अब मंडी में ऐसे लोगों को न तो किराए पर कमरा दिया जाएगा और न ही इनको निगम एरिया में दुकान दी जाएगी. ये फैसला शनिवार को नगर निगम की साधारण बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया.
सतर्कता कमेटी टीम संभालेंगी मोर्चा
नगर निगम के इस फैसले को अमलीजामा पहनाने के लिए पार्षदों के साथ निगम की सतर्कता कमेटी टीम मैदान में उतरेगी. इस टीम द्वारा आने वाले समय में न केवल चिट्टा तस्करों की पहचान की जाएगी, बल्कि इनको सलाखों तक पहुंचाने का भी पूरा प्रबंध किया जाएगा. इस बैठक की अध्यक्षता नगर निगम के महापौर वीरेंद्र भट्ट शर्मा ने की. नगर निगम के सभागार में संपन्न हुई इस बैठक में चिट्टे का मुद्दा खूब गर्माया और सभी पार्षदों ने एकमत में चिट्टा तस्करों व नशेड़ियों को सबक सिखाने के लिए आवाज उठाई.
नगर निगम मंडी के मेयर वीरेंद्र भट्ट शर्मा ने बताया, "मंडी शहर में चिट्टा तस्कर सरेआम घूम रहें हैं. दुकान व कमरा किराए पर लेकर यह लोग इन गतिविधियों को अंजाम दे रहें है, जिसमें युवा लगातार चिट्टे जैसे जानलेवा नशे का शिकार हो रहे हैं. आने वाले समय में निगम द्वारा जहां इन लोगों को सार्वजनिक कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा. वहीं, इनसे दुकाने व कमरे भी खाली करवाएं जाएंगे. सभी वार्डों में सतर्कता कमेटियां का गठन किया जाएगा और इन कमेटियों द्वारा संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी."
मेयर की लोगों से अपील
मेयर वीरेंद्र भट्ट शर्मा ने बताया कि चिट्टे के कारोबार में संलिप्त अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के साथ न्यायालय में गवाही देने तक ये कमेटियां पुलिस का पूरा सहयोग करेंगी. उन्होंने शहर वासियों से ऐसे लोगों को किराए पर न रखने की भी अपील की है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि बैठक में अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के दौरान पड्डल मैदान में सफाई व्यवस्था व विभिन्न वार्डों में होने वाले विकास कार्यों पर भी चर्चा की गई.