शिमला: हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. विशेषज्ञ डॉक्टरों की माने तो अगले दो सप्ताह स्थिति नाजुक रहने वाली है. कोरोना मरीजों को अस्प्ताल में दाखिल करने के लिए बेड की समस्या ना हो इसके लिए आईजीएमसी प्रशासन तैयरी में जुटा हुआ है. ई-ब्लॉक आईसोलेशन वार्ड फुल होने के बाद अब न्यू बिल्डिंग के दो फ्लोर को कोरोना वार्ड बनाया गया है. अब आईजीएमसी में अब कोरोना संक्रमितों के लिए कुल 198 बेड हो गए हैं.
10 दिन में तैयार होगा प्री फेब्रिकेटेड स्ट्रक्चर
वहीं, अगले 10 दिन के भीतर कोरोना मरीजों के लिए प्री फेब्रिकेटेड स्ट्रक्चर भी बन कर तैयार हो जाएगा. इस प्री फेब्रिकेटेड स्ट्रक्चर में 18 बेड लगाए जाएंगे. जिसमें सभी बेड पर ऑक्सीजन की उपलब्धता होगी और मरीज को परेशानी नहीं होगी. अस्प्ताल में न्यू बिल्डिंग में अभी 30 के लगभग मरीज दाखिल हैं और अगर जकरूरत पड़ी तो न्यू बिल्डिंग के दूसरा फ्लोर भी इस्तेमाल किया जाएगा.
रुड़की की कंपनी को सौंपा है प्रोजेक्ट
बताया जा रहा है कि रुड़की की कंपनी इस प्री फेब्ररीकेटेड स्ट्रक्चर को बना रहे है. सीएम जयराम ने भी प्रशासन को आदेश दिए थे कि अस्प्ताल में कोरोना संक्रमण के आने वाले मरीजों को परेशानी न हो और उन्हें पूरा ईलाज मिल सके.
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