शिमला: भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक के बाद महेश्वर सिंह के सुर बदल गए हैं. महेश्वर सिंह ने कहा कि मेरी इच्छा चुनाव लड़ने की नहीं है, मेरी उम्र भी 73 हो गई है. उन्होंने कहा कि मैं अपने समर्थकों के साथ बातचीत कर उनको अपनी इच्छा से अवगत कराऊंगा. महेश्वर सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस में जाने का कोई सवाल नहीं है. महेश्वर सिंह ने अपने बेटे हितेश्वर ठाकुर के चुनाव लड़ने को लेकर कहा कि बेटे पर मेरा कोई बस नहीं है. उनका अपना फैसला है, इस पर वह कुछ नहीं कर सकते.
बेटे की जिम्मेदारी नहीं लेता, लोगों को समझाने की कोशिश करूंगा- बेटे हितेश्वर सिंह के चुनाव लड़ने के सवाल पर महेश्वर सिंह ने कहा कि मैं अपने बेटे की जिम्मेदारी नहीं ले सकता. आजकल किसी के बेटे बाप की बात नहीं सुनते हैं. महेश्वर सिंह ने कहा कि मेरा एक नामांकन रद्द हो चुका है और अब 73 साल की उम्र में निर्दलीय चुनाव लड़ना कठिन है. लेकिन अगर मेरे कार्यकर्ता चुनाव लड़ने के लिए जोर देंगे तो उनको समझाऊंगा कि इस उम्र में चुनाव लड़ना बहुत मुश्किल है.
मेरी इच्छा चुनाव लड़ने की नहीं है- महेश्वर सिंह ने कहा कि मेरी इच्छा चुनाव लड़ने की नहीं है लेकिन कई बार कार्यकर्ता की इच्छा होती है तो उनकी सुननी पड़ती है लेकिन मैं उन्हें समझाने की पूरी कोशिश करूंगा.
मर जाऊंगा लेकिन कांग्रेस में नहीं जाऊंगा- महेश्वर सिंह ने कहा कि मैं पार्टी से जुड़ा हुआ है. पहले भी जब पार्टी ने मेरे साथ अन्याय किया तो मैंने अलग पार्टी बनाई थी और जब पार्टी ने आग्रह किया तो मैं वापस आ गया. कांग्रेस की तरफ में मर कर भी नहीं जा सकता.