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हिमाचल की वनसंपदा को आग से बचाने में आप भी दें सहयोग, सूचना देने वालों को विभाग देगा पुरस्कार - himachal forest minister

मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि अधिकतर जंगलों में आग लोगों द्वारा ही लगाई जाती है. ऐसे में लोगों का जागरूक होना भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि वन विभाग आग लगने की सूचना देने वाले को को पुरस्कृत करेगा.

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Published : Jun 12, 2019, 11:11 AM IST

रामपुर: हिमाचल में आग लगने की घटनाओं के कारण करोड़ों की वनसंपदा को नुकसान पहुंचा हैं. आए दिन प्रदेश भर में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही है. सरकार का दावा है कि इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने काफी प्रयास किए हैं.


अपने रामपुर प्रवास के दौरान परिवहन, वन एवं ग्रामीण खेल मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि जंगलों में आग लगने की घटनाओं के पीछे लोगों की लापरवाही भी एक बड़ा कारण हैं.

वन मंत्री गोविंद ठाकुर
गोविंद ठाकुर ने कहा कि वनों में आग न लगे इसके लिए विभाग ने मुहिम चला रखी है. उन्होंने जनता से अपील की है कि जनता भी विभाग का सहयोग करें. इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए महिला मंडल, युवक मंडल, स्थानीय लोग और पंचायतीराज प्रतिनिधि की सहभागिता जरूरी है.


मंत्री ने कहा कि अधिकतर जंगलों में आग लोगों द्वारा ही लगाई जाती है. ऐसे में लोगों का जागरूक होना भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि वन विभाग आग लगने की सूचना देने वाले को को पुरस्कृत करेगा.


वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस फायर सीजन में अब तक जंगल की आग के 523 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, वन विभाग के अनुसार प्रदेश के जंगल की आग को नियंत्रित करने के लिए फायर वाचर तैनात किए गए हैं. इस बार गृह रक्षकों की भी मदद ली जा रही है. संवेदनशील इलाकों में पानी के टैंकरों और अन्य वाहनों की तैनाती की गई है.


जंगल की आग के सबसे ज्यादा 124 मामले धर्मशाला वन वृत में दर्ज किए गए हैं. नाहन में 59, मंडी में 69, बिलासपुर में 42, चंबा में 44, हमीरपुर 35, रामपुर 46, शिमला 43, सोलन 34 सहित वन्य प्राणी वृत शिमला और धर्मशाला में दो-दो मामले सामने आए हैं.

ये भी पढ़ेंः धू-धू कर जले सड़क किनारे खड़े वाहन, राजधानी में पहले भी सामने आ चुकी हैं कई घटनाएं

रामपुर: हिमाचल में आग लगने की घटनाओं के कारण करोड़ों की वनसंपदा को नुकसान पहुंचा हैं. आए दिन प्रदेश भर में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही है. सरकार का दावा है कि इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने काफी प्रयास किए हैं.


अपने रामपुर प्रवास के दौरान परिवहन, वन एवं ग्रामीण खेल मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि जंगलों में आग लगने की घटनाओं के पीछे लोगों की लापरवाही भी एक बड़ा कारण हैं.

वन मंत्री गोविंद ठाकुर
गोविंद ठाकुर ने कहा कि वनों में आग न लगे इसके लिए विभाग ने मुहिम चला रखी है. उन्होंने जनता से अपील की है कि जनता भी विभाग का सहयोग करें. इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए महिला मंडल, युवक मंडल, स्थानीय लोग और पंचायतीराज प्रतिनिधि की सहभागिता जरूरी है.


मंत्री ने कहा कि अधिकतर जंगलों में आग लोगों द्वारा ही लगाई जाती है. ऐसे में लोगों का जागरूक होना भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि वन विभाग आग लगने की सूचना देने वाले को को पुरस्कृत करेगा.


वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस फायर सीजन में अब तक जंगल की आग के 523 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, वन विभाग के अनुसार प्रदेश के जंगल की आग को नियंत्रित करने के लिए फायर वाचर तैनात किए गए हैं. इस बार गृह रक्षकों की भी मदद ली जा रही है. संवेदनशील इलाकों में पानी के टैंकरों और अन्य वाहनों की तैनाती की गई है.


जंगल की आग के सबसे ज्यादा 124 मामले धर्मशाला वन वृत में दर्ज किए गए हैं. नाहन में 59, मंडी में 69, बिलासपुर में 42, चंबा में 44, हमीरपुर 35, रामपुर 46, शिमला 43, सोलन 34 सहित वन्य प्राणी वृत शिमला और धर्मशाला में दो-दो मामले सामने आए हैं.

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आग लगने की सूचना देने वाले को किया जाएगा सम्मानित

वनों में आग से बचाव के लिए शुरु की गई पेट्रोलिंग, स्थानीय जनता के सहयोग की जरूरत

ग्रामीण खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर विस क्षेत्र में बनेगे प्ले ग्राउंड

रामपुर बुशहर, 11 जून मीनाक्षी 
रामपुर प्रवास के दौरान बोले परिवहन, वन एवं ग्रामीण खेल मंत्री परिवहन, वन एवं ग्रामीण खेल मंत्री गोविंद ठाकुर सराहन जाते हुए कुछ देर के लिए रामपुर सर्किट हाउस में रुके। इस दौरान पत्रकारों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि वनों में आग न लगे इसके लिए विभाग ने मुहिम चला रखी है। जनता को भी चाहिए कि वो समझे कि वनों में आग लगना अच्छा नहीं है। आग लगने के कारण में कहीं न कहीं हम स्वंय भी जिम्मेवार हैं। वन विभाग ने मूहिम चलाई है कि आग लगने की सूचना देने वाले को विभाग द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा। जंगल में आग न लगे इसके लिए स्थानीय लोग, महिला मंडल, पंचायतीराज प्रतिनिधि सभी की सहभागिता जरूरी है। इस बार वन विभाग ने इस समस्या पर काबू पाने के लिए विशेष प्रयास किया है जिनके तहत पेट्रोलिंग का काम शुरु किया है वन विभाग कर्मचारियों के साथ तीन तीन गार्ड्स की तैनाती की है। वे अपना काम कर रहे है जहां पर भी आग लेने की सूचना मिलती है वे तुरंत कार्रवाई करते हैं।



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