शिमला: राजधानी शिमला का ऐतिहासिक गेयटी थियेटर अपनी ऐतिहासिकता के लिए जाना जाता है. वहीं, यहां आए दिन होने वाले साहित्यिक और कला से जुड़े आयोजनों के लिए भी इसकी एक अलग पहचान है. इसी ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में ललित कला अकादमी की आर्ट गैलरी भी चल रही है जिसे देखने के लिए काफी संख्या में पर्यटक यहां आते रहते हैं.
इन दिनों इस आर्ट गैलरी में शाम करीब 5 या साढ़े पांच बजे के चित्रों की जगह मात्र अंधेरा ही देखने को मिल रहा है. इन दिनों गेयटी में शिमला शास्त्रीय संगीत उत्सव चल रहा है. इस उत्सव के चलते एक या दो दिन लगातार ललित कला अकादमी की गैलरी की लाइट को गेयटी ड्रामेटिक सोसायटी की ओर से बंद कर दिया जाता है. गैलरी में अंधेरा होने से पर्यटक यहां लगे चित्रों को नहीं देख पाते है. साथ ही गैलरी की खासियत से रूबरू नहीं हो पाते.
यहां तक कि गैलरी की देखरेख के लिए तैनात कर्मचारियों को भी अंधेरे में बैठकर ही अपनी ड्यूटी देनी पड़ती है. बता दें कि केवल शास्त्रीय संगीत उत्सव ही नहीं बल्कि इस से पहले होने वाले मनोहर सिंह स्मृति नाट्य समारोह के दौरान भी इसी तरह से ललित कला अकादमी की गैलरी की लाइट काट कर इस गैलरी में अंधेरा कर दिया जाता था.
इस गैलरी के केयर टेकर ज्ञान ठाकुर ने कहा कि बार बार भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग के आयोजनों के चलते गेयटी ड्रामेटिक सोसायटी उनकी गैलरी की लाइट्स ही बंद कर के देता है. लाइट्स बंद होने के कारण गैलरी में लगे चित्रों को देखने के लिए आए पर्यटकों को भी परेशानी होती है. साथ ही दूसरे पर्यटक भी अंधेरे के चलते गैलरी में नहीं आ पाते हैं. ज्ञान ठाकुर ने कहा कि गैलरी के खुले रहने का समय शाम साढ़े 6 बजे तक है, लेकिन 5 से साढ़े पांच के बीच में ही लाइट्स बंद कर गैलरी में अंधेरा कर दिया जाता है. इस बारे में पूछने पर इवेंट का बहाना बना दिया जाता है.
ज्ञान ठाकुर ने बताया कि गैलरी का मीटर भी अलग है और उसका गेयटी की लाइट से कोई लेना देना नहीं है फिर भी गैलरी में लाइट बंद कर दी जाती हैं. वहीं, गेयटी के मैनेजर सुदर्शन ने कहा कि कुछ एक इवेंट्स में जेनसेट चलाए जाते हैं. ऐसे में शॉर्ट सर्किट न हो इसके लिए एहतिहात के तौर पर सारे गेयटी की लाइट्स बंद कर दी जाती है. उन्होंने कहा कि यह पहले से ही होता आ रहा है. वहीं इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी करवाई गई है, लेकिन अभी इस पर भी किसी तरह का कोई एक्शन नहीं हुआ है.