शिमला: हिमाचल प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के ही नेतृत्व में लड़े जाएंगे. बुधवार को कांग्रेस की आक्रोश रैली के दौरान नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री व अन्य नेताओं ने वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में ही आगामी चुनाव लड़ने का ऐलान किया.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को मंच से अपनी कुर्सी बचाने की नसीहत देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष को हटाने की बात करते हैं, लेकिन जैसे उत्तराखंड में मुख्यमंत्री को हटाया गया ऐसे ही हिमाचल में भी कभी भी मुख्यमंत्री की कुर्सी भी जा सकती है.
'कर्मचारियों के लिए कोई घोषणा नहीं'
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री विपक्ष को बार बार धमकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन विपक्ष डरने वाला नहीं है और प्रदेश के लोग इस सरकार की हकीकत जान गए है. मुख्यमंत्री ने बजट में लोगों को निराश किया है. प्रदेश के लोगों को महंगाई से कोई राहत नहीं नही दी गई है और न ही कर्मचारियों के लिए कोई घोषणा नहीं की गई है.
'कर्ज के बोझ तले प्रदेश को डूबाने का काम कर रही है बीजेपी'
मुकेश ने कहा कि ये सरकार जन विरोधी फैसले कर रही है और कर्ज के बोझ तले प्रदेश को डूबाने का काम कर रही है. वहीं, राजीव शुक्ला द्वारा मुकेश को टाइगर का खिताब देने पर मुकेश ने कहा कि मुख्यमंत्री विपक्ष को गाड़ देने की बात करती है. प्रभारी ने उनका हौसला बढ़ाया है और अब दुगनी ताकत के साथ विपक्ष विधानसभा में सरकार की नीतियों का विरोध करेगा और 2022 में बीजेपी की सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएंगे.
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