शिमलाः हिमाचल दिवस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कांग्रेस नेताओं को लेकर दिए गए बयान पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने पलटवार किया है. मुकेश अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री को अपनी भाषा शैली को सुधारने की नसीहत देते हुए कांग्रेस नेताओं को धमकियां न देने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि जिस भाषा में मुख्यमंत्री बात कर रहे हैं, उसी भाषा में कांग्रेस को भी जवाब देना आता है. मुख्यमंत्री कांग्रेस के नेताओं को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के इस तरह की धमकियों से डरने वाली नहीं है.
मुख्यमंत्री का बयान दुर्भाग्यपूर्ण
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल दिवस के पावन मौके पर इस तरह के बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. मुख्यमंत्री को अपने शब्द वापस लेना चाहिए. अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता को कौल सिंह ठाकुर को धमकी भरे अंदाज में जांच की चेतावनी हैं, जबकि उस मौके पर इस तरह के बयान नहीं दिए जाने चाहिए थे. मुख्यमंत्री खुद को शालीन नेता कहते फिरते हैं, लेकिन जिस तरह की भाषा उन्होंने प्रयोग की है उसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जयराम सरकार को साढ़े तीन साल का कार्यकाल हो गया है, तो अब तक जांच क्यो नहीं करवा रही है.
फैसला पलटने में माहिर सरकार
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सिराज और करसोग दो विधानसभा क्षेत्रों में ही विकास करने में लगे हैं और प्रदेश के अन्य क्षेत्रों के साथ मुख्यमंत्री भेदभाव कर रहे हैं. हिमाचल प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यह सरकार हर रोज फैसले लेती है और बदलती रहती है.
गाड़ियों की फर्जी पंजीकरण की हो जांच
हिमाचल प्रदेश में गाड़ियों के फर्जी पंजीकरण को लेकर भी मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि प्रदेश में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद भी सरकार ने अभी तक इसकी जांच के लिए एसआईटी तक गठित नहीं की है जबकि इस मामले की जांच होनी चाहिए. मामले के तार अन्य राज्यों के साथ जुड़े हैं ऐसे में इस मामले की सीबीआई से जांच के लिए केंद्र सरकार से मांग करनी चाहिए थी .उन्होंने कहा कि प्रदेश में करीब 5000 गाड़ियां बाहरी राज्यों से यहां पर पंजीकृत की गई है जिससे प्रदेश को करोड़ों का टैक्स में चुना लगाया गया है.
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