शिमला: पूरे देश के साथ-साथ हिमचाल प्रदेश में सोमवार को दिवाली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया. मंगलवार यानी कल 25 अक्टूबर को साल का आखिरी सूर्यग्रहण है. हिंदू पंचांग के मुताबिक हर साल कार्तिक अमावस्या तिथि पर लक्ष्मी-गणेश की पूजा की जाती है और दिवाली का त्योहार मनाया जाता है. उसके अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है लेकिन इस बार गोवर्धन पूजा के दिन आंशिक सूर्यग्रहण लगेगा.
सूर्य ग्रहण का समय: जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं. तो यह खगोलीय घटना सूर्य ग्रहण कहलाती है. सूर्य ग्रहण अमावस्या पर लगता है. कल लगने वाया सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर शुरू होगा, जो शाम 6 बजकर 20 मिनट पर खत्म होगा. भारत में यह सूर्य ग्रहण शाम लगभग 4 बजकर 29 मिनट से शुरू होकर सूर्यास्त तक रहेगा.
बता दें, कई वर्षों बाद दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा न होकर एक दिन का अंतराल में होगी. दिवाली और गोवर्धन पूजा के बीच सूर्य ग्रहण का ऐसा संयोग कई सौ वर्षों बाद पड़ रहा है. साल का यह आखिरी आंशिक सूर्यग्रहण भारत के कई हिस्सों में दिखाई देगा. भारत में सूर्यग्रहण दिखाई देने से इसका सूतक काल मान्य होगा, जिसके कारण ग्रहण से संबंधित धार्मिक मान्यताएं का पालन किया जाएगा.
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सूतक काल: हिन्दू शास्त्रों के मुताबिक सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है. इसलिए सूतक काल आज रात करीब ढाई बजे से शुरू हो जाएगा. इसके बाद आप किसी तरह का शुभ कार्य नहीं कर पाएंगे. इसलिए गोवर्धन पूजा 25 अक्टूबर की बजाय 26 अक्टूबर को की जाएगी और भईया दूज 27 अक्टूबर को.