शिमला: हिमाचल की आर्थिकी में अहम योगदान देने वाली सेब आर्थिकी पर गंभीर बीमारी स्कैब के अटैक से बागवानों की नींद उड़ गई है. 37 साल बाद इस बीमारी ने दोबारा दस्तख दी है. कांग्रेस ने सरकार से इस बीमारी को रोकने की मांग की है. कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने प्रदेश सरकार को तुरंत प्रभाव से इस बीमारी से प्रभावित इलाकों में सब्सिडी पर दवाई उपलब्ध करवाने की अपील की.
बता दें कि स्केैब ने 1982 में प्रदेश में सेबों की फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया था और अब दोबारा से इस बीमारी के दस्तख ने बागवानों की मुश्किलें बढ़ा दी है. बीमारी की रोकथाम को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अगर समय रहते इस बीमारी पर रोक नहीं लगाई गई, तो प्रदेश में सेब की पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी और बागवानों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा.
राठौर ने कहा कि पहले भी यह बीमारी फैली थी, उस समय सरकार ने बागवानों को सस्ती दवाईयां मुहैया करवाकर इस बीमारी को रोका गया था और अब सरकार को इस बीमारी को रोकने के लिए जल्द प्रयास करने चाहिए.
बता दें कि शिमला, मंडी, कुल्लू के कुछ बगीचों में किसी भी दवाई का छिड़काव नहीं किया गया. कई बगीचों में घास उग गई है. इन बगीचों में भी स्कैब बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है. बागवानी विभाग ने इन बगीचों में अधिकारी भेज दिया है.