शिमला: प्रदेश में बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ क्षत्रिय महासभा ने जयराम सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है. क्षत्रिय महासभा मार्च महीने में ऊना और हमीरपुर में महारैली का आयोजन करने जा रही है. इस रैली में क्षत्रिय महासभा बेरोजगारी महंगाई और आरक्षण के खिलाफ प्रदेश सरकार पर हल्ला बोलेगी. वहीं, महासभा प्रदेश में तीसरे विकल्प देने के लिए 2022 में चुनाव लड़ने का ऐलान भी करेगी.
क्षत्रिय महासभा के राष्टीय उपाध्यक्ष और हिमाचल प्रभारी उदय सिंगटा ने कहा कि हिमाचल में तीसरा विकल्प न होने के चलते बीजेपी कांग्रेस राज करती है, लेकिन अब युवाओं के साथ मिलकर क्षत्रिय महासभा लोगों को तीसरा विकल्प मुहैया करवाएगी.
उदय सिंगटा ने कहा कि मार्च में महासभा ऊना और हमीरपुर में महारैली करने जा रही है. जिसमे दस हजार से अधिक लोग हिस्सा लेंगे. रैली के माध्यम से प्रदेश में बेरोजगारी और मंहगाई के खिलाफ लड़ाई का आगाज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आज बेरोजगारी चरम पर है. ऐसे में प्रदेश का युवा रोजगार के लिए बाहरी राज्यों में भटक रहा है और प्रदेश सरकार रोजगार देने में नाकाम साबित हुई है.
उदय सिंगटा ने कहा कि प्रदेश में बिजली और सीमेंट तैयार होता है, लेकिन यहां पर ही लोगो को महंगे दामों पर सीमेंट और बिजली खरीदनी पड़ रही है. जबकि दिल्ली जैसा राज्य लोगों को मुफ्त में बिजली दे रहा है. उदय सिंगटा ने कहा कि आरक्षण जातीय आधार पर न दे कर आर्थिक आधार पर दिया जाना चाहिए.
उदय सिंगटा ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने सहूलियत के लिए हर महीने कर्ज पर कर्ज ले रही है और अपना खजाना भरने के लिए शराब महंगी कर लोगों को नशे का आदी बना रही है. उदय सिंगटा ने कहा कि सरकार की ऐसी नीतियों के खिलाफ सभा की ओर से उग्र आंदोलन शुरू किया जा रहा है.
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