मंडी: बीते कुछ दिनों में मंडी शहर में 64 रेहड़ियां कम हो गई हैं. इसका खुलासा नगर निगम मंडी द्वारा करवाए गए सर्वे के दौरान हुआ है. साथ ही सर्वे में 30 ऐसे नए रेहड़ी-फड़ी धारक पाए गए हैं, जो बिना पंजीकरण के अपना कारोबार कर रहे हैं. जनवरी 2024 में निगम के अतिरिक्त आयुक्त की अध्यक्षता में बनाई गई कमेटी के सर्वे के बाद यह जानकारी सामने आई है. इस कमेटी में रेहड़ी-फड़ी यूनियन के पदाधिकारियों को भी शामिल किया गया है.
64 रेहड़ी-फहड़ी धारकों के लाइसेंस रद्द
सर्वे से पहले शहर में पंजीकृत रेहड़ी-फड़ी धारकों की संख्या 354 थी, लेकिन जब सर्वे हुआ तो सिर्फ 290 ही मौके पर पाए गए. जो नदारद पाए गए, उन्हें निगम की तरफ से टाउन वेंडिंग एक्ट के तहत तीन बार नोटिस दिए गए, लेकिन न तो किसी ने नोटिस का जवाब दिया और न ही कोई सामने आया. इस आधार पर निगम ने 64 रेहड़ी-फड़ी धारकों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं. नगर निगम मंडी के आयुक्त एचएस राणा ने इसकी जानकारी दी है.
![MC Mandi on Street Vendors](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08-02-2025/64rehadimissinginsurvey_08022025095824_0802f_1738988904_172.png)
मंडी नगर निगम आयुक्त एचएस राणा ने बताया, "जो 290 रेहड़ी-फहड़ी धारक मौके पर पाए गए, उन्हें 28 फरवरी तक अपना लाइसेंस लेने के आदेश दे दिए गए हैं. अभी तक 254 लोगों ने लाइसेंस ले लिए हैं और बाकी बचे लोगों को 28 फरवरी तक अपना लाइसेंस लेने का आदेश दे दिया गया है. इनमें से अधिकतर ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी तयबाजारी जमा नहीं करवाई है."
![MC Mandi on Street Vendors](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08-02-2025/23499661_1.jpg)
28 फरवरी तक करवाएं पंजीकरण
एचएस राणा ने बताया कि इसके अलावा जो 30 लोग बीना पंजीकरण के रेहड़ी-फड़ी लगाते हुए पाए गए हैं. उन्हें भी 28 फरवरी तक अपना पंजीकरण करवाकर लाइसेंस लेने को कहा गया है. अगर 28 फरवरी तक यह सभी लोग अपना लाइसेंस नहीं लेते हैं तो फिर इनके खिलाफ भी टीवीसी एक्ट के प्रावधानों के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.