रामपुर: बागवानों को सेब का नया बगीचा लगाने से (How to plant an apple orchard) पहले विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए. यह बात हिमाचल प्रदेश बागवानी विभाग शिमला के उप-निदेशक कर्म सिंह वर्मा ने कही है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में कर्म सिंह वर्मा ने कही. उन्होंने सभी बागवानों से आग्रह किया कि जब भी वे सेब का नया बगीचा लगाएं, तो सबसे पहले सही जगह का चयन करें. उसके बाद किसी विशेषज्ञ से उस जगह की एलिवेशन का पता करें.
जब आपको जगह की एलिवेशन का पता चल जाए तो वहां कौन सी वेरायटी का पौधा लगेगा, उसका चयन करें. इन सभी चीजों को करने के बाद ही लोग सेब का बगीचा लगाने की तैयारी करें. उप-निदेशक ने बताया कि कई बार बागवान अपने सेब को बिना विशेषज्ञ की सलाह से लगा लेते हैं. बाद में कई सेब के पौधे सुख जाते हैं और कई पौधों में फसल ही नहीं लगती. जिससे बागवानों को भारी नुकसान होता है.
इसी को मद्देनजर रखते हुए बागवानों को अपने सेब का बगीचा लगाने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए. उन्होंने बताया कि बागवानों को गुणवत्ता के आधार पर अपने बगीचों में पौधे लगाने चाहिए. क्योंकि गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखना अत्यधिक जरूरी है, ताकि आने वाले समय में सेब के पौधे अच्छी तरह से टिक पाएं और उनसे बेहतर फसल फिले.
उप-निदेशक ने बताया कि विदेशी नस्ल के सेब के पौधों के लिए इन सभी विशेष बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. यदि बागवान इन विशेष बातों को नहीं अपनाते हैं तो सेब के नई पौध सही तरह से नहीं लग पाएंगे और बागवानों को नुकसान उठाना पड़ेगा. वहीं, पौधा लगाते समय कौन सी खाद और दवाइयां इस्तेमाल करनी है, इस पर भी विशेषज्ञ से राय ली जानी (How to Grow apple plants) चाहिए.
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