शिमला: लंबे इंतजार के बाद कालका-शिमला रेलमार्ग पर फिर से ट्रेन की आवाजाही शुरू हो गई है. अब पर्यटकों को फिर से कालका-शिमला ट्रेन से हिमाचल की वादियों के खूबसूरत नजारों का दीदार करने का मौका मिल गया है. इस रोमांच भरे सफर के लिए पर्यटकों का इंतजार अब खत्म हो गया है. करीब 70 दिन बाद मंगलवार को कालका से तारा देवी तक टॉय ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया है.
चलेगी 2 स्पेशल टॉय ट्रेन: इससे पहले कालका से सोलन तक दो स्पेशल टॉय ट्रेनों को चलाया गया था. तारादेवी से आगे समरहिल में ट्रैक की मरम्मत का कार्य चल रहा है. इसमें अभी काफी समय लग सकता है. रेल अधिकारियों की मानें तो उनका लक्ष्य है कि 30 सितंबर तक कालका से शिमला तक ट्रेनों को चलाया जाएगा. वहीं, रेलवे द्वारा शिमला तारा देवी रेलवे स्टेशन से रोज दो ट्रेन चलाई जाएगी.
टॉय ट्रेन का टाइम शेड्यूल: कालका से तार देवी रेलवे स्टेशन तक चलने वाली ट्रेनों का समय सुबह 11 बजे और उस के बाद ट्रेन देर शाम 6:40 पर चलेगी. जो की देर रात 11:05 को कालका पहुंचेगी. मंगलवार को टॉय ट्रेन सुबह 4:30 बजे कालका रेलवे स्टेशन से चली और सुबह 8:45 मिनट पर तारा देवी पहुंची. उस के बाद 11 बजे तारा देवी रेलवे स्टेशन से कालका की ओर चली. जिस में करीब 200 यात्रियों ने सफर किया. इसमें स्काउट एंड गाइड के स्टूडेंट्स भी शामिल रहे. ट्रेन में सफर करने वाले यात्री काफी उत्साहित नजर आए. यात्रियों का कहना है कि काफी समय बाद वो टॉय ट्रेन में सफर कर रहे हैं. टॉय ट्रेन का सफर काफी रोमांचक है. पहाड़ों के बीच और हिमाचल की वादियों को निहारते हुए इस सफर में काफी आनंद आता है.
समरहिल में ट्रैक बहाली में लगेगा समय: शिमला के समरहिल में 14 अगस्त को भारी लैंडस्लाइड हुआ था. जिसमे शिव मंदिर में 20 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, इस लैंडस्लाइड में रेलवे ट्रैक भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था जो कि अब हवा में लटका हुआ है. इसे ठीक करने का काम युद्ध स्तर पर चला हुआ है. रेलवे प्रबंधन पर्यटन सीजन को देखते हुए इसकी जल्द बहाली में जुटा हुआ है. कालका से शिमला तक पहले सात से 11 जुलाई और फिर 11 से 15 अगस्त के बीच की बारिश से भारी नुकसान पहुंचा है. इससे विश्व धरोहर ट्रैक पर रेल सेवा बंद हुए अढ़ाई महीने बीत गए हैं.