शिमला: सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जस्टिस एमएस रामचंद्रा राव की हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति की सिफारिश की है. हिमाचल में न्यायमूर्ति अमजद एहतेशाम सईद की सेवानिवृति के बाद कोई स्थाई मुख्य न्यायाधीश नहीं है. हाल ही में न्यायमूर्ति सबीना कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवानिवृत हुई थी. उसके बाद न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बनाए गए हैं.
हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में जल्द नियुक्त हो सकते हैं: अब सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश के बाद जस्टिस रामचंद्रा राव हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में जल्द नियुक्त हो सकते हैं. न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्र राव को 29 जून 2012 को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. जिस समय आंध्र प्रदेश का विभाजन हुआ, उस समय न्यायमूर्ति राव ने तेलंगाना को अपने मूल हाई कोर्ट के रूप में चुना. फिर 12 अक्टूबर 2021 से न्यायमूर्ति राव पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में सेवारत हैं.
न्यायमूर्ति राव तेलंगाना उच्च न्यायालय से आने वाले न्यायाधीशों में सबसे सीनियर: न्यायमूर्ति राव तेलंगाना उच्च न्यायालय से आने वाले न्यायाधीशों में सबसे सीनियर हैं. कॉलेजियम के अनुसार हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों के बीच तेलंगाना राज्य का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है. न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्र राव को दो हाईकोर्ट में न्याय प्रदान करने का अनुभव है.
कॉलेजियम ने जस्टिस राव की नियुक्ति करने की सिफारिश की: सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की तरफ से कॉलेजियम ने अब जस्टिस राव की नियुक्ति हिमाचल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर करने की सिफारिश की है.
ये भी पढ़ें : न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर होंगे न्यायिक अकादमी बोर्ड के चेयरमैन, अधिसूचना जारी