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जेपी नड्डा ने पीएम मोदी की तरफ से वीरभद्र को अर्पित किए श्रद्धा सुमन, कहा: उनका जाना बहुत बड़ी क्षति

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी रिज मैदान पर पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और पीएम मोदी की तरफ से भी श्रद्धासुमन अर्पित किए. नड्डा ने कहा कि हमारे विचार अलग अलग थे, लेकिन वो हमारे लिए सम्मानीय थे. जब वह सीएम थे तो मैं विधानसभा में नेता विपक्ष था और उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला. ये प्रदेश और व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए बड़ी क्षति है. आज हिमाचल ने बहुत कुछ खोया है.

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Published : Jul 9, 2021, 12:01 PM IST

Updated : Jul 9, 2021, 12:31 PM IST

शिमला: पूर्व एवं कांग्रेस के कद्दावर नेता वीरभद्र सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए रिज मैदान पर रखा गया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी रिज मैदान पर पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन पर शोक व्यक्त किया.

श्रद्धांजलि देते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पीएम मोदी और अपनी तरफ से उन्होंने वीरभद्र सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित किए. पांच दिन पहले मैं आईजीएमसी में उनका हालचाल जानने आया था. उस समय वह ठीक हो रहे थे, लेकिन आज वो हमारे बीच नहीं हैं. ये हमारे लिए दुखद घड़ी है. हमारे विचार अलग अलग थे, लेकिन वो हमारे लिए सम्मानीय थे. जब वह सीएम थे तो मैं विधानसभा में नेता विपक्ष था और उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला. ये प्रदेश और व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए बड़ी क्षति है. आज हिमाचल ने बहुत कुछ खोया है.

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बता दें कि दो बार कोरोना को मात देने के बाद वीरभद्र सिंह का स्वास्थ्य खराब चल रहा था. लंबे समय से उनका इलाज आईजीएमसी में चल रहा था. वीरवार उन्हें आईजीएमसी में ही अंतिम सांस ली. हिमाचल के वयोवृद्ध एवं कांग्रेस के कद्दावर नेता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार रामपुर बुशहर के जोगनी बाग स्थित राज परिवार के श्मशान घाट में राजसी परंपरा के साथ 10 जुलाई को होगा.

वीरभद्र सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार को शिमला से रामपुर राज दरबार पहुंचेगा. हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का 13 वर्ष की उम्र में 1947 में बुशहर रियासत के 122वें राजा के रूप में राजतिलक हुआ था.वीरभद्र के अंतिम संस्कार से पहले शनिवार को पुरानी परंपराओं का निर्वहन करते हुए विक्रमादित्य सिंह का राज महल में राजगद्दी पर राजतिलक किया जाएगा. उसके बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू होगी.

पूर्व मुख्यमंत्री के अंतिम संस्कार में 4 ठहरी यानी शिंगला, शनेरी, लालसा और डंसा के वाद्य यंत्रों को भी आमंत्रित किया गया है. यह वाद्य यंत्र शनिवार को पहले विक्रमादित्य सिंह के राजतिलक के दौरान खुशी का एहसास कराने वाले धुनों से गूजेंगे, इसके बाद शोक धुनों के साथ वाद्य यंत्र वीरभद्र सिंह की शव यात्रा में शरीक होंगे. रामपुर के जोगनी बाग स्थित राज परिवार के श्मशान घाट में वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार होगा.

ये भी पढ़ें: राम मंदिर के प्रबल समर्थक थे वीरभद्र सिंह, अयोध्या में चाहते थे भव्य मंदिर का निर्माण

शिमला: पूर्व एवं कांग्रेस के कद्दावर नेता वीरभद्र सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए रिज मैदान पर रखा गया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी रिज मैदान पर पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन पर शोक व्यक्त किया.

श्रद्धांजलि देते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पीएम मोदी और अपनी तरफ से उन्होंने वीरभद्र सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित किए. पांच दिन पहले मैं आईजीएमसी में उनका हालचाल जानने आया था. उस समय वह ठीक हो रहे थे, लेकिन आज वो हमारे बीच नहीं हैं. ये हमारे लिए दुखद घड़ी है. हमारे विचार अलग अलग थे, लेकिन वो हमारे लिए सम्मानीय थे. जब वह सीएम थे तो मैं विधानसभा में नेता विपक्ष था और उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला. ये प्रदेश और व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए बड़ी क्षति है. आज हिमाचल ने बहुत कुछ खोया है.

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बता दें कि दो बार कोरोना को मात देने के बाद वीरभद्र सिंह का स्वास्थ्य खराब चल रहा था. लंबे समय से उनका इलाज आईजीएमसी में चल रहा था. वीरवार उन्हें आईजीएमसी में ही अंतिम सांस ली. हिमाचल के वयोवृद्ध एवं कांग्रेस के कद्दावर नेता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार रामपुर बुशहर के जोगनी बाग स्थित राज परिवार के श्मशान घाट में राजसी परंपरा के साथ 10 जुलाई को होगा.

वीरभद्र सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार को शिमला से रामपुर राज दरबार पहुंचेगा. हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का 13 वर्ष की उम्र में 1947 में बुशहर रियासत के 122वें राजा के रूप में राजतिलक हुआ था.वीरभद्र के अंतिम संस्कार से पहले शनिवार को पुरानी परंपराओं का निर्वहन करते हुए विक्रमादित्य सिंह का राज महल में राजगद्दी पर राजतिलक किया जाएगा. उसके बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू होगी.

पूर्व मुख्यमंत्री के अंतिम संस्कार में 4 ठहरी यानी शिंगला, शनेरी, लालसा और डंसा के वाद्य यंत्रों को भी आमंत्रित किया गया है. यह वाद्य यंत्र शनिवार को पहले विक्रमादित्य सिंह के राजतिलक के दौरान खुशी का एहसास कराने वाले धुनों से गूजेंगे, इसके बाद शोक धुनों के साथ वाद्य यंत्र वीरभद्र सिंह की शव यात्रा में शरीक होंगे. रामपुर के जोगनी बाग स्थित राज परिवार के श्मशान घाट में वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार होगा.

ये भी पढ़ें: राम मंदिर के प्रबल समर्थक थे वीरभद्र सिंह, अयोध्या में चाहते थे भव्य मंदिर का निर्माण

Last Updated : Jul 9, 2021, 12:31 PM IST
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