शिमला: जाइका वानिकी परियोजना अब सभी वन मंडलों में आउटलेट स्थापित करेगा. अभी प्रदेश भर में नौ स्थानों पर आउटलेट सक्रिय रूप से संचालित हो रहे हैं. ऐसे में स्वयं सहायता समूहों अपने निर्मित उत्पादों की हर वन मंडल पर बिक्री कर सकेंगे. हिमाचल में स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पाद बेचना और भी आसान होगा. इसके लिए जाइका वानिकी परियोजना अब सभी वन मंडलों में आउटलेट स्थापित करेगा. अभी प्रदेश भर में नौ स्थानों पर आउटलेट स्क्रीय रूप से संचालित हो रहे हैं. ऐसे में स्वयं सहायता समूहों अपने निर्मित उत्पादों की हर वन मंडल पर बिक्री कर सकेंगे. इससे महिलाओं की आर्थिक और सुदृढ़ होगी. ये जानकारी जाइका वानिकी परियोजना के मुख्य परियोजना निदेशक नागेश कुमार गुलेरिया ने दी. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी वन मंडलों में जल्द ही आउटलेट खोले जाएंगे. इसके लिए जरूरी प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है. हाल ही में जोगिंद्रनगर और पालमपुर के गोपालपुर में आउटलेट का शुभारंभ किया गया.
एक्पोजर विजिट पर आएगी श्रीलंका की टीम: हिमाचल में जाइका वानिकी परियोजना बेहतर कार्य कर रही है. यहां स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं बेहतरीन कार्य कर आर्थिक तौर पर समृद्ध हो रही है. ऐसे में हिमाचल में जाइका वानिकी परियोजना के तहत हो रहे कार्यों को देख अब पड़ोसी देश श्रीलंका भी आजीविका कमाने के गुर सीखेगा. नागेश कुमार गुलेरिया ने कहा कि हाल ही में तीन दिवसीय हिमाचल दौरे पर आई श्रीलंका जाइका और जाइका इंडिया की प्रतिनिधियों प्रदेश में जाइका वानिकी के तहत हो रहे कार्यों की जमकर सराहना की थी. इसको देखते हुए अब जाइका वानिकी हिमाचल के प्रोजेक्ट मॉडल को श्रीलंका भी फॉलो करेगा. आने वाले समय में श्रीलंका जाइका की टीम हिमाचल में एक्पोजर विजिट पर भी आएगी. नागेश कुमार गुलेरिया ने कहा कि हाल ही में जाइका श्रीलंका की प्रतिनिधि एवं जेंडर एक्पर्ट नाकाजीमा और जाइका इंडिया की प्रतिनिधि इनागाकी ने हिमाचल में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं की ओर से आजीविका कमाने के हौसले की सराहना की थी.