शिमला: कोविड 19 के कारण अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है. हर एक कारोबार कोविड 19 की वजह से प्रभावित हुआ है. आभूषणों का कारोबार भी इस से अछूता है. कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन व कर्फ्यू के कारण पहले ही दो महीने तक आभूषणों की सभी दुकानें और शो रूम बंद थे. इस समय के दौरान कारोबार को काफी नुकसान पहुंचा. वहीं, इसके बाद दुकानें और शो रूम खोलने पर सोने के दामों में बढ़ोतरी हुई, लेकिन लॉकडाउन व कर्फ्यू के बीच लोगों ने गोल्ड की बुकिंग करवाई थी. उन लोगों को अब बुकिंग के समय तय रेट पर ही सोना दिया जा रहा है.
इसके अलावा सोने की बुकिंग करवाने वाले लोगों तक ऑर्डर पहुंचाने में ज्वेलर्स को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना के चलते सप्लाई चैन प्रभावित हो गई है. इसके कारण ऑर्डर सप्लाई करने में भी दिक्कतें आ रही हैं.
वहीं, लॉकडाउन के कारण काम छोड़कर जा चुके कारीगरों के अब वापस काम पर आने की स्थिति भी असमंजस भरी बनी हुई है. यहां तक की कुछ एक कर्मचारी वापिस भी नहीं आ रहे है. यही कारण है कि ऑर्डर के लिए सामान भी तैयार नहीं हो पा रहा है. हालांकि, ज्वैलर्स दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों को निकाला नहीं गया है. उन्हें वेतन भी दिया जा रहा है.
अभी सोने की कीमतें 45 हजार से अधिक चल रही है. पहले कम रेट पर बुक करवाए सोने को उसी दाम पर दिया जाएगा. वहीं, अब नए दाम पर बुक करवाने लोगों को नई कीमतों पर ही गोल्ड मुहैया करवाया जाएगा.
शिमला ज्वेलर्स एसोसिएशन के सचिव अतुल टांगरी ने कहा कि कारोबार पर कोविड 19 की वजह से प्रभाव पड़ा है. दुकानें बंद होने के कारण कारोबार पूरी तरह से ठप पड़ा था. अब काम शुरू होने पर भी कम ही लोग सोने की खरीदारी कर रहे है.
दान के बजाय कर्मचारियों को सैलरी देने का फैसला
अतुल टांगरी ने कहा कि कोविड के इस संकट के समय में लोग सीएम रिलीफ फंड में दान कर रहे हैं, लेकिन उनकी एसोसिएशन ने संकट के समय में कोविड रिलीफ फंड में दान ना कर अपने कर्मचारियों को वेतन देते रहने और उन्हें नौकरी से न निकालने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण उनपर दोहरी मार पड़ रही है.
सोने की कीमतें बढ़ने से ग्राहकों को होगी दिक्कत
शिमला ज्वेलर्स एसोसिएशन के सचिव ने कहा कि एक तो व्यापार अच्छा नहीं चल रहा है. वहीं, अब सोने के दाम भी बहुत बढ़ गए है. उन्होंने कहा कि आशंका यह भी जताई जा रही है कि गोल्ड की कीमत 60 हजार प्रति 10 ग्राम जाएगी. इसमें उन लोगों को दिक्कत आएगी जो गोल्ड तो खरीदना चाह रहे है लेकिन उन्होंने गोल्ड की कीमतें इतनी ज्यादा बढ़ने की उम्मीद नहीं होगी. इस वजह से अब लोग गोल्ड की खरीदारी कम कर रहे है. अतुल टांगरी ने कहा कि कोरोना के कारण व्यापार पर असर पड़ा है. इसके कारण पहले जितनी सेल होती थी उसके 30 से 40 फीसदी भी इस बार मैच नहीं होगी.
शादियां पोस्टपोन होने से भी व्यापार पर पड़ा असर
वहीं, शिमला महाशय ज्वेलर्स के मालिक ने कहा कि कोरोना के कारण इकोनॉमी पर असर पड़ा है. लग्जरी ट्रेड होने के कारण ज्वेलर्स पर इसका ज्यादा असर देखने को मिला है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण पोस्ट पोन हुई शादियों के कारण भी खरीदारी पर भी असर पड़ा है. इसके अलावा सप्लाई चैन प्रभावित हुई है. बाहरी राज्यों से सामान नहीं आ पा रहा है. ऐसे में बुक ऑर्डर को सप्लाई करने में दिक्कत आ रही है. उन्होंने कहा कि अभी भी जिनके घरों में शादियां है वह खरीदारी करने के लिए आ रहे है.
नहीं काटी गई कर्मचारियों की सैलरी
शिमला महाशय ज्वेलर्स के मालिक ने कहा कि कर्मचारियों की किसी भी तरह की सैलरी नहीं काटी गई है और ना ही कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है. सभी कर्मचारी कोविड-19 के बीच दुकानें खुलने के बाद अपने काम पर आ रहे हैं. वापिस गए कुछ कारीगर यहां वापस नहीं आना चाहते हैं.
अगर हालात बिगड़े तभी बढ़ेगी सोने की कीमत
कोविड 19 की वजह से हुए लॉकडाउन की वजह से अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ है. आगे भी ऐसी ही स्थिति रहने पर सोने की कीमतों में उछाल आएगा. अभी करीब 45 हजार की कीमतें 50 से 60 हजार तक जाएंगी.
लॉकडाउन के बीच में दी थी ऑनलाइन बुकिंग करवाने की सुविधा
शिमला में कर्फ्यू और लॉकडाउन के बीच में ज्वेलर्स की दुकानें बंद होने पर भी कारोबार को चलाने के लिए और धनतेरस के समय शिमला ज्वेलर्स एसोसिएशन ने ऑनलाइन लोगों के आभूषण की बुकिंग करने का फैसला लिया था. उस दौरान काफी सारे ग्राहकों की ऑनलाइन बुकिंग की गई थी. अब दुकानें खुलने के बाद ग्राहकों को उनके ऑर्डर के अनुसार ज्वेलरी मुहैया करवाई जा रही है. उस समय जिस दाम पर उन्होंने गोल्ड बुक किया था उसी दाम पर उन्हें अब आभूषण दिए जा रहे.
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