शिमलाः हिमाचल प्रदेश के सीएम और भाजपा के वरिष्ठ नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से टक्कर लेना महंगा पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ राजनैतिक दुष्प्रचार में सुप्रीम कोर्ट को मोहरा बनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.
उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा राहुल गांधी के माफीनामें को नामंजूर किए जाने का स्वागत किया. सुप्रीम कोर्ट पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि उन्होंने मोदी के खिलाफ कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की.
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास संवैधानिक संस्थाओं के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने का रहा है. इसी कड़ी में राहुल गांधी लगातार सुप्रीम कोर्ट की अवमानना के साथ-साथ चुनाव आयोग और नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) को भी बदनाम करने का अभियान चला रहे हैं.
उन्होंने भारतीय थल सेना अध्यक्ष को 'सड़क का गुंड़ा' कहने में जरा भी शर्म नहीं की. दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष का यह जहरीला अभियान उस एक बड़ी साजिश का हिस्सा है, जिसके तहत देश में वे बिल्कुल अराजकता का माहौल बनाना चाहते हैं.
जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा की सांसद मीनाक्षी लेखी द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर आपराधिक अवमानना के मामले में राहुल गांधी की क्षमा याचना को नामंजूर किए जाने के बाद अब इस मामले की सुनवाई 30 अप्रैल को होगी. उन्होंने कहा कि चिंता की बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट पर देश की जनता का विश्वास अभी भी अटूट है, लेकिन कांग्रेस और राहुल गांधी जनता के इसी विश्वास को तोड़ने के लिए लगातार साजिश रच रहे हैं. उनका कहना है कि राहुल गांधी का यह रवैया उन्हें महंगा पड़ सकता है.
भाजपा नेता ने कहा कि राज्यों में कांग्रेस के चुनाव हारने पर कांग्रेस चुनाव आयोग को दोषी ठहराती है. तब वह हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ती है. केंद्र में कांग्रेस सरकार के समय हुए लाखों करोड़ रूपए के घोटालों को उजागर करने वाले सीएजी पर भी वह हमला करती है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि इससे यह पता चलता है कि कांग्रेस देश की सर्वाच्च संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा नष्ट करने की कोशिशें कर रही है. यह काम इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और कांग्रेस के अन्य बड़े नेताओं ने भी किया है. उन्होंने कहा कि देश की जनता कांग्रेस और राहुल गांधी की साजिशों को अच्छी तरह समझती है. इसीलिए उनके दुष्प्रचार के बावजूद देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के पक्ष में लहर स्पष्ट दिख रही है.