शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने अवैध खनन को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांगड़ा के लंज में अवैध खनन कर रहे माफिया को जब पुलिस ने रोका तो वह पुलिस से ही उलझ गया और उनसे ही अभद्रता करने लगे. यह कोई पहला मामला नहीं है, जब खनन माफिया ने पुलिस के साथ ही दुर्व्यवहार किया हो. इसके पहले प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से इस तरह की खबरें आए दिन सामने आ रही है. सरकार को यह बताना होगा कि आखिर खनन माफियाओं में इतना हौसला कहां से आ रहा है. उनकी इतनी हैसला अफजाई कौन कर रहा है. कौन इन खनन माफियाओं को शह दे रहा है कि वह पुलिस से उलझने से भी बाज नहीं आ रहे है.
दरअसल, जयराम ठाकुर ने कहा की प्रदेश में माफियाओं का इस तरह मन बढ़ जाना प्रदेश के लिए सही नहीं हैं. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस तरह के माफियाओं पर सरकार गंभीरता से कार्रवाई करे. जल्दी से जल्दी कड़ी से कड़ी सजा दिलवाए. जिससे माफियाओं के हौसले टूटे. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि खनन से एक तरफ पेयजल और सिंचाई वाली इन परियोजनाओं को जहां नुकसान हो रहा है तो दूसरी तरफ स्थानीय लोगों के खेतों, फसलों और घरों को खतरा बढ़ रहा हैं. ऐसे में सरकार द्वारा अवैध खनन रोकने की दिशा में सख्त से सख्त कदम उठाए. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार दावा कर रही है कि प्रदेश में आपदा प्रभावित इलाक़ों में खनन का काम पूरी तरह से बंद है, लेकिन खनन माफिया मान नहीं रहे हैं. वह खनन भी कर रहे हैं और लोगों की शिकायत के बाद उन्हें रोकने के लिए आने वाली पुलिस के साथ भी दुर्व्यवहार कर रहे हैं.
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांगड़ा के लंज स्थित पेयजल योजना हरिपुर और सिंचाई योजना लंज के पास अवैध खनन करने की सूचना पर जब पुलिस माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची तो खनन माफिया पुलिस के जवानों से ही भिड़ गये. वहीं, खनन कर रही जेसीबी और ट्रैक्टर को सीज करने का जमकर विरोध किया, मामले को बढ़ता देख कार्रवाई करने गई पुलिस ने और फोर्स बुलाई तब जाकर खनन कर रहे माफिया को काबू में किया जा सका.
जयराम ठाकुर ने कहा कि अखबारों की मानें तो कि कांगड़ा थाने के अन्तर्गत आने वाली लंज चौकी में ही दो महीनें में खनन माफियाओं द्वारा, मार-पीट, डराने-धमकाने के चार मामले पेश आ चुके हैं. बाकी प्रदेश के हाल का अंदाजा इससे भी आसानी लगाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि खनन के मामले में स्थानीय लोगों भी पुलिस को सूचनाएं भी देते हैं, जिससे खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाती है. जब पुलिस के साथ माफिया इस तरह का से बदसलूकी करेंगे तो आम जनता माफियाओं के खिलाफ आवाज कैसे उठाएगी.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा यह कोई पहले घटना नहीं हैं, आए दिन पुलिस पर हमला किए जाने की घटनाएं सामने आ रही हैं. कभी पुलिस के साथ मार-पीट तो कभी उनके मोबाइल छीनने की घटनाएं आम हो गयी हैं. कभी माफिया पुलिस पर हमला करता है तो कभी आपस में ही गोलीबारी करता है. इस तरह की स्थित प्रदेश के लिए किसी भी लिहाज़ से ठीक नहीं हैं. इसलिए मैं मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूँ कि वह इस मामले देखें और माफियाओं पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें. जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री माफियाओं के साथ-साथ उन्हें शह दे रहे लोगों पर भी अपना शिकंजा कसे. भारतीय जानता पार्टी की सरकार से स्पष्ट मांग है कि देव भूमि हिमाचल प्रदेश में किसी भी प्रकार के माफ़िया के लिए जगह नहीं होनी चाहिए.